इंग्लिश लिटरेचर में पोस्ट-ग्रेजुएट, दिखने में मॉडल, फिर जॉब छोड़ क्यों बेच रही चाय, जाने वजह

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न्यूज़ डेस्क| कहते हैं कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। बस आपके सपने बड़े होने चाहिए। और हर बड़ी शुरुआत से पहले एक छोटी शुरुआत जरूरी है। शर्मिष्ठा घोष इंग्लिश लिटरेचर में पोस्ट-ग्रेजुएट हैं। वह पहले ब्रिटिश काउंसिल में काम करती थी। लेकिन अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी। अब वह दिल्ली कैंट के गोपीनाथ बाजार में रेहड़ी पर एक छोटी सी चाय की दुकान लगाती हैं। इस काम में उनकी मदद उनकी ज्वाइन पार्टनर और दोस्त भावना राव भी करती हैं। शर्मिष्ठा अपनी कमाई का थोड़ा ज्यादा हिस्सा भावना को देती है ताकि उसका घर खर्च भी चल सके।

शर्मिष्ठा घोष पूरे देश में अपने चाय ब्रांड लुफ्थांसा की शाखाएं खोलना चाहती हैं। उनका विजन इस स्टार्टअप को बड़े लेवल पर ले जाना है। शर्मिष्ठा अपने चाय के स्टार्टअप को चायोस जितना बड़ा ब्रांड बनाना चाहती हैं। इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रही हैं। बाकी युवाओं को भी छोटे मोटे काम करने में हिचकना नहीं चाहिए। शुरुआत में भले आपको बड़ी जॉब न मिले। लेकिन छोटे-छोटे काम कर अनुभव एकत्रित कर लॉंग टर्म बेनीफिट के बारे में सोचना चाहिए।

रीसेंट पोस्ट्स

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