महिला और पुरुष दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है शिलाजीत, शुगर के मरीजों के लिए वरदान, आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताए चौंकाने वाले तथ्य

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न्यूज़ डेस्क | अक्सर आपने सुना होगा कि अगर आप शिलाजीत का सेवन करेंगे तो लंबे समय तक खुद को जवां रख सकते हैं| कुछ लोग मानते हैं कि शिलाजीत का सेवन करने से प्रजनन क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है| शिलाजीत हिमालय की चट्टानों से निकलने वाला एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जिसका उपयोग आयुर्वेद में बीमारियों के इलाज में किया जाता है| आयुर्वेद चिकित्सा में शिलाजीत को वरदान की तरह माना गया है| हालांकि इसे लेकर लोगों के दिमाग में कई गलतफहमियां भी हैं| कई लोगों को लगता है कि यह सिर्फ पुरुषों के लिए ही होता है|

शिलाजीत का सेवन करने से शरीर को मजबूती मिलती है और कई बीमारियों से बचाव करना आसान हो जाता है| आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है| शिलाजीत एक रसायन होता है, जो वात, पित्त और कफ विकार में सबसे ज्यादा लाभकारी माना गया है| इसका सेवन महिला और पुरुष दोनों कर सकते हैं| महिलाओं के लिए भी यह टॉनिक का काम करता है| 14 साल से कम उम्र के बच्चों को शिलाजीत नहीं देना चाहिए| प्रग्नेंट महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए|

शिलाजीत शरीर की कोशिकाओं को नवजीवन देता है और सेल्स को डैमेज होने से रोकता है| इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए शिलाजीत को बेहद कारगर माना जाता है| यह इनफर्टिलिटी की समस्या से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है| शिलाजीत का सेवन सही तरीके से किया जाए तो यह बॉडी में ताकत भर देता है| टीवी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है| शरीर की कमजोरी समेत कई बीमारियां इससे दूर हो जाती हैं|

शिलाजीत को दूध में मिलाकर पीने से सबसे ज्यादा फायदा होता है| सिरका और सूप में भी मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है| जूस में इसे मिलाकर नहीं पीना चाहिए, क्योंकि आयुर्वेद में इसकी साफ मनाही है| आप दिन में किसी भी वक्त खाने के बाद शिलाजीत का सेवन कर सकते हैं| शिलाजीत खाने के बाद लोगों को हल्का खाना लेना चाहिए और फास्ट फूड से दूरी बरतनी चाहिए| इसका सेवन लंबे समय तक किया जा सकता है, लेकिन जिंदगी भर सेवन करने से बचना चाहिए|

आयुर्वेद में शिलाजीत को 4 तरह का बताया गया है| स्वर्ण, रजत ताम्र और लौह शिलाजीत| लौह शिलाजीत को सेहत के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी माना गया है| आमतौर पर बाजार में इसी तरह का शिलाजीत मिलता है| जिस शिलाजीत को जलते हुए कोयलों के उपर रखने से धुंआ न उठे, लेकिन लगातार जलने के बाद यह बहने लग जानी चाहिए| साथ ही जब उसे जीभ पर रखें तो उसका स्वाद कड़वा हो तो समझना चाहिए कि वो असली शिलाजीत है| इस पहचान करने का एक और तरीका ये है शिलाजीत को पानी में डाल दें और वो पानी में तार की तरह फैलने लगे तो समझिए यह असली शिलाजीत है| शिलाजीत हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही खरीदना चाहिए, वरना फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है|

डिस्क्लेमर : लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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