जानें वेट लॉस और फैट लॉस के बीच का अंतर



छरहरा दिखने के लिए हमें अपनी बॉडी पर जमा एक्स्ट्रा चर्बी को घटाना होता है| वहीं, फैट लॉस की मतबल होता है बॉडी में जमा फैट कम करना| इसलिए आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बॉडी में मसल्स ही नहीं बल्कि वॉटर वेट भी होता है| इसलिए अगर आपका वेट लॉस हो रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका मोटापा भी कम हो रहा हो| क्योंकि मसल्स कम होने की स्थिति में भी वेट लॉस कम होना शुरू हो जाता है| यदि आप केवल वेट मशीन पर अपना वजन देखते हैं तो जाहिर है आपके मसल्स का भी वजन कम होगा तो आपको कोई अंतर नहीं पड़ेगा। यदि क्रैश डाइट मेथड्स या अन्य शॉर्टकट्स का उपयोग करके आप फैट की जगह मसल्स कम कर रहे हैं तो यह काफी गलत है। हो सकता है शुरुआत में आपको अच्छे रिजल्ट मिले लेकिन बाद में शरीर कमजोर हो जाएगा।

यदि आप पर्याप्त भोजन नहीं कर रहे या बैलेंस डाइट नहीं ले रहे तो आप फैट की जगह मसल्स खो देते हैं। साथ ही एक ग्राम कार्ब बॉडी में 3 ग्राम पानी होल्ड करता है। अगर आप कार्ब नहीं खाएंगे तो शरीर से वॉटर वेट भी कम हो जाता है।
शरीर में फैट जरूरी होता है, जिससे घुलनशील विटामिन अच्छे से अब्जॉर्ब होने के साथ इनर बॉडी पार्ट को कुशनिंग और एनर्जी भी मिलती है।
यानी शरीर में एक्स्ट्रा चर्बी होती है, उसका कम होना फैट लॉस कहलाता है। फैट मास को कम करने का सबसे अच्छा तरीका कैलोरी डेफिसिट और वर्कआउट रिजीम।
हर किसी के शरीर में वसा की एक निश्चित मात्रा होती है। यह फैट अक्सर उनकी कुल शरीर संरचना के प्रतिशत के रूप में बताया जाता है।
बॉडी फैट वो है, जो त्वचा और मांसपेशियों के बीच फैट और आंत के आसपास जमा होता है।
फैट लॉस करने के लिए अधिक प्रोटीन खाएं, यह हमारी बॉडी का बिल्डिंग ब्लॉक होता है। हमारे शरीर की हर कोशिका प्रोटीन से बनी होती है। इसलिए जब आप अपनी डाइट से कार्ब और फैट में कमी करते हैं तो मसल्स बनाए रखने और ग्रोथ के लिए प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए।
वेट ट्रेनिंग से फैट तेजी से कम होता है। साथ ही मसल्स मास बढ़ाने में मदद मिलती है। वेट ट्रेनिंग करने से मसल्स की ग्रोथ होती है और आप लीन बॉडी प्राप्त करते हैं।
अधिकतर लोग वजन कम करने के लिए काफी कम कैलोरी लेते हैं, यह काफी गलत होता है। ऐसा करने से भी मसल्स लॉस होता है।
