अंतिम संस्कार पर परिवार वाले मेरा ही मांस खाएं.; ऐसी मेरी आखिरी इच्छा



आपको बता दें कि ब्रिटेन में इस शख्स की इच्छा भले ही नहीं पूरी हो पाई लेकिन सेनेमा नाम की जनजाति में अगर उसका जन्म हुआ होता तो ये इच्छा पूरी हो जाती| दरअसल इस जनजाति के लोग अंतिम संस्कार के लिए मृत शरीर को पत्तों और दूसरी चीज़ों से ढक दिया जाता है| 30-40 दिन बाद वे उसे वापस लाते हैं बच गए शरीर को जलाते हैं| शरीर को जलाने के बाद जो राख बचती है, ये लोग उसका सूप बनाकर पी जाते हैं| इस रिवाज़ का पालन यहां पारंपरिक तौर पर किया जाता आया है|

