आश्रम में पिटाई के बाद नाबालिग लड़की के मुंह में जलती लकड़ी डाली, संचालक सहित 3 लोग गिरफ्तार


महासमुंद। छत्तीसगढ़ में महासमुंद जिले के एक आश्रम में 13 वर्षीय एक लड़की की पिटाई करने के बाद उसके मुंह में लकड़ी का जलता हुआ टुकड़ा ठूंस दिया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने इस संबंध में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां वह डॉक्टरों की निगरानी में है।
एक पुलिस अधिकारी अजय शंकर त्रिपाठी ने शुक्रवार को कहा कि बागबाहरा पुलिस थाना क्षेत्र के पटेरापाली गांव में जय गुरुदेव मानस आश्रम में 24 फरवरी को हुए अपराध में कथित संलिप्तता के लिए गुरुवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोनू पटेल, भोज साहू और राकेश दीवान के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के भाई ने 28 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। गिरफ्तार किए गए लोगों में आश्रम के संचालक और प्रधान गुरु भी शामिल हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, रायपुर जिले के अभनपुर क्षेत्र के रहने वाले बच्ची को झाड़-फूंक के जरिए किसी मानसिक बीमारी के इलाज के लिए आश्रम लाया गया था।

भोग लगाने को लेकर हुआ था विवाद

उन्होंने बताया कि जब लड़की का भाई उसे आश्रम में छोड़कर घर लौट आया तो तीन सेवादारों ने भोग लगाने को लेकर हुई बहस के बाद लड़की की पिटाई की। तीनों ने उसके मुंह में जलती लकड़ी का टुकड़ा घुसा दिया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। उन्होंने उसके परिजनों को धमकी दी कि वह इस मामले की शिकायत किसी से न करें। पीड़िता के भाई ने संवाददाताओं को बताया कि तीनों लोगों ने किशोरी पर भोग में जहर मिलाने का आरोप लगाया था।
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
आश्रम के संचालक और प्रधान गुरु सहित तीन लोगों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 294 (अश्लील कृत्य), 506 (आपराधिक धमकी) और 34 (साझा इरादा), 201 (सबूतों को मिटाने) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। त्रिपाठी ने कहा कि लड़की को पहले बागबाहरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और फिर रायपुर के आरंग में एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था। हमें पता चला है कि बहुत से लोग आश्रम में ‘झाड़-फूंक’ और इस तरह के इलाज के लिए आते हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि महासमुंद के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने उन आश्रमों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है जहां इस तरह से इलाज किया जा रहा है, जबकि राज्य के राजस्व विभाग ने आश्रम, उसकी जमीन और अन्य परिचालन विवरण के बारे में विवरण मांगा है।
