सोने की कीमतों ने बनाया नया रिकॉर्ड, भाव 61,000 रु के पार, देखें चांदी के नए रेट

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सोने ने बनाया नया रिकॉर्ड
सोना वायदा ने मंगलवार को 61145 रुपये प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई बनाया. महावीर जयंति के मौके पर मंगलवार को एक्सचेंज में सुबह की ट्रेडिंग नहीं हुई, लेकिन शाम को जब एक्सचेंज खुला तो सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया. इस नए रिकॉर्ड के बाद मंगलवार को सोना वायदा 60954 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. आज सोना वायदा अपने क्लोजिंग लेवल के आस-पास ही खुला और इसमें एक बार फिर तेजी दिख रही है.

चांदी भी नई ऊंचाई पर
चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल है. चांदी ने नया लाइफ टाइम हाई 75175 रुपये प्रति किलो बनाया है, फिलहाल चांदी का मई वायदा 450 रुपये प्रति किलो की तेजी के साथ 75000 रुपये प्रति किलो के ऊपर टिका हुआ है. चांदी वायदा मंगलवार को 74618 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चमका सोना
घरेलू मार्केट के साथ साथ एक बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों पर नजर डालते हैं. यहां भी सोना 13 महीने की ऊंचाई 2040 डॉलर प्रति आउंस के पार पहुंच गया. चांदी भी 25 डॉलर के ऊपर टिकी हुई है, जो कि इसका 1 साल का उच्चतम स्तर है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मार्च 2022 के बाद पहली बार $2,000 प्रति आउंस के ऊपर बंद हुआ है. सोने ने अगस्त 2020 में अपना सबसे ऊंचा स्तर $2,075.47 प्रति आउंस बनाया था, फिलहाल ये उसी के आस-पास ट्रेड कर रहा है. अगर आर्थिक आंकड़े ऐसे ही सपोर्ट करते रहे तो सोने का या रिकॉर्ड भी टूट सकता है.

क्यों चमक रहा है सोना
सोने की कीमतों में ये तेजी क्यों देखने को मिल रही है, इसके कई कारण हैं.

  • अमेरिका में फरवरी में नई नौकरियों का आंकड़ा मई 2021 के बाद पहली बार 1 करोड़ के नीचे रहा है
  • अमेरिका, UK, यूरो-जोन, जापान और चीन जैसे देशों के मैन्युफैक्चरिंग के आंकड़े निराशाजनक रहे हैं
  • खराब आर्थिक आंकड़ों से आने वाले समय में ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी की आशंका बन रही है
  • खराब आर्थिक आंकड़ों से फेडरल रिजर्व के पास ब्याज दरें बढ़ाने का मौका कम होने की संभावना
  • इस हफ्ते डॉलर की सेहत में लगातार आ रही कमजोरी से भी सोने को सपोर्ट मिल रहा है

सिडनी बेस्ड फैट प्रोफेट्स के एक एनालिस्ट डेविड लेनोक्स ने कहा कि सोने की कीमत में तेजी अभी मुख्य रूप से अमेरिकी डॉलर को लेकर चल रही चिंताओं की वजह से है, क्योंकि आर्थिक फैक्टर करेंसी को अभी सपोर्ट नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालिया बैंकिंग संकट और जियो-पॉलिटिकल तनाव सहित वित्तीय आशंकाओं के कारण बुलियन एक सुरक्षित निवेश बना हुआ है.

रीसेंट पोस्ट्स

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