राजनांदगांव टोल प्लाजा से दुर्ग के सी.जी.-07 को फ्री करने पहल शुरू, भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ ने विधायक चंद्राकर को सौंपा ज्ञापन

दुर्ग(चिन्तक)। दुर्ग राजनांदगांव बायपास टोल प्लाजा में दुर्ग की सी.जी. -07 सीरीज के वाहनों को टेक्स से मुक्त कराने के बाद अब दुर्ग राजनांदगांव मार्ग पर सोमनी के समीप टोल नाके से भी सी.जी. -07 दुर्ग की सीरीज के वाहनों को कर से मुक्त कराने की मुहिम शुरू हो गई है। इसके लिए भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ ने दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के विधायक ललित चंद्राकर को विधिवत ज्ञापन सौंपा है।

यहां गौरतलब है कि दुर्ग राजनांदगांव बाईपास टोल प्लाजा एवं दुर्ग राजनांंदगांव मार्ग पर सोमनी के पास टोल नाके में वसूली से सबसे ज्यादा दुर्ग जिले के लोग परेशान रहे हैं। कड़े संघर्ष के बाद बाइपास टोल प्लाजा ने दुर्गवासियों को टेक्स में राहत मिली है। लेकिन राजनांदगांव मार्ग पर सोमनी के पास टोल नाके के टेक्स से दुर्ग के निवासियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।

राजनांदगांव सोमनी टोल नाके से दुर्ग के वाहनों को कर मुक्त करने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन पूर्ववती कांग्रेस सरकार दरा इस मामले में कोई पहल नही की गई है।
भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ के सह संयोजक व दुर्ग संभाग प्रभा्री शिव चंद्राकर इस महत्वपूर्ण व संवेदनशील मुद्दे को लेकर मुखर होकर सामने आए है। उन्होने राजनांंदगांव सोमनी टोल नाके से दुर्गवासियों को टेक्स से राहत दिलाने मुहिम शुरू कर दी है और दुर्ग ग्रामीण के उर्जावान विधायक ललित चंद्राकर को ज्ञापन सौंपा है।

श्री चंद्राकर ने ज्ञापन में कहा है कि दुर्ग सीमा क्षेत्र से राजनांदगांव की दूरी मात्र 17 किलोमीटर है। जिसमें एक बार आने जाने पर बिना फास्टेग लगभग 350 रूपए व फास्टेग पर 175 रू. टोल टैक्स देना पड़ता है। जो अन्याय की परिधि में आता है। नये नियम के तहत 60 किलो मीटर के दायरे में दो टोल प्लाजा नही होने चाहिए। जबकि दुर्ग बायपास टोल प्लाजा व राजनांदगांव टोल प्लाजा की दूरी 30 किलो मीटर है।

श्री चंद्राकर ने कहा है कि पूर्व में राजनांदगांव दुर्ग जिले का हिस्सा रहा है। दुर्ग राजनांदगांव के आपसी रिश्ते पुराने है। दोनो के बीच व्यापारिक सामाजिक, राजनीतिक तथा पारिवारिक रिश्तों का इतिहास है। लोगों को कई बार दुर्ग से राजनांदगांव जाना पड़ता है।

राजनांदगांव टोल प्लाजा द्वारा लिया जा रहा शुल्क गरीब परिवार के लिए अभिशाप के समान है। इनके 17 किलोमीटर के सफर के एवज में 200 किलो मीटर भंडारा महाराष्ट्र तक का शुल्क लिया जा रहा है। श्री चंद्राकर ने इसे नि:शुल्क करने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान श्री चंद्राकर के साथ जिला संयोजक अनूप गटागट. जवाहर जैन नवीन जैन,आनंद अग्रवाल, अभिषेक मनहरे, उमाशंकर त्रिपाठी अमर भोई राम कुमार ठाकुर, कृष्णा निर्मलकर तनय बिहारी, ओम प्रकाश पांडे सहित अन्य मौजूद थे।

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