महिला मंत्री के अपमान से नाराज CM शिवराज मौनव्रत पर
भोपाल (एजेंसी)। मध्यप्रदेश में 25 से ज्यादा सीटों पर उपचुनाव को लेकर प्रचार शुरू हो गया है और ऐसे में राजनेता अपनी मार्यादा भूलते हुए दिखाई दे रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम तो अजय सिंह ने जलेबी बोल दिया। इन बयानों के बाद से राज्य की सियासत का पारा चढ़ गया है। इमरती देवी के सम्मान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को भोपाल में दो घंटे का मौन धरना शुरू कर दिया है। भाजपा भी अपनी प्रथ्याशी पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में 10 से 12 बजे तक प्रदेशव्यापी मौन धरना दे रही है। इंदौर में इस धरने का नेतृत्व राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा यह केवल इमरती देवी की ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश की बेटियों/ बहनों का भी अपमान है। कमलनाथ एक बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसने इतने लंबे समय तक कांग्रेस की सेवा की। यह वही देश है जहां द्रौपदी का अनादर करने पर महाभारत हुआ था। लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्हें शर्म आनी चाहिए। शिवराज ने ने कहा, ‘सालों तक जिस बेटी ने कांग्रेस की सेवा की उसके विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं राज्यसभा के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ऐसे बयान महिलाओं और अनुसूचित जाति के खिलाफ कांग्रेस नेताओं की सोच दर्शाते हैं। सिंधिया ने इंदौर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर कम्पेल कस्बे में एक चुनावी सभा में कहा दलित समाज की नेता और सरपंच पद से शुरूआत कर अपनी अथक मेहनत से मंत्री बनीं इमरती देवी के लिए कमलनाथ कहते हैं कि वह आइटम हैं। (कांग्रेस नेता) अजय सिंह कहते हैं कि वह जलेबी हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कमलनाथ के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रहीं दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक व अति-निंदनीय है। इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।