राज्य में कोविड व अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण हेतु दिसंबर तक संचालित होगा स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान

रायपुर। राज्य में समुदाय स्तर पर कोविड सर्वेलेंस के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान वर्ष के अंत तक हर सप्ताह चलाया जाएगा। सघन सामुदायिक सर्वेलेंस के लिए पूर्व में गठित दल द्वारा ही यह अभियान ग्रामीण एवं शहरी क्षेेत्रों में कराया जाएगा। इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य,  रेणु जी पिल्ले ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर निर्देशित किया है।
पत्र में कहा गया है कि सघन सामुदायिक सर्वेलेंस के उत्साह जनक परिणामों से कोविड संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिली है। इसलिए अब इस अभियान में कोविड संक्रमण के साथ ही अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी स्लम में मितानीन द्वारा हर सप्ताह बुधवार और गुरूवार तक अपने कार्यक्षेत्र के घरों में कोविड के लक्षण,उल्टी दस्त आदि की जानकारी भी ली जाएगी। अन्य शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय के कर्मचारियों,आंगन बाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य फील्ड स्टाफ द्वारा जानकारी ली जाएगी। मरीजों के बुखार ग्रस्त होने पर आर डी किट से मलेरिया जांच की जाएगाी। मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में जहां वार्षिक परजीवी सूचकांक एक से अधिक है ,वहां अनिवार्य रूप से यह जांच की जाएगी। दस्त का प्रकरण मिलने पर ओ आर एस दिया जाएगा। सर्दी, खांसी शहरी क्षेत्रों में दल द्वारा ऐसे मरीजों के मिलने पर उन्हे पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाने और कोरोना जांच की सलाह दी जाएगी। इन दलों को अपनी रिपोर्ट हर सप्ताह बी एम ओ तक प्रेषित की जानाी है।
कलेक्टरों से कहा गया है कि इस अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए संबंधित जनपद पंचायतों/ग्राम पंचायतों/नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों से भी अपील की जाए। समुदाय को जागरूक करने के लिए सभी व्यक्तियों से अपने लक्षण खुलकर बताने और लक्षण होने पर जांच कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। दल के सदस्यों से कोविड अनुरूप व्यवहार जैसे मास्क लगाने, दो गज की दूरी और समय, पर हाथ धोते रहने के भी निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के संबंध में सर्वे दल के सदस्यों, ब्लाक स्तर के अधिकारियों, कर्मचारियों सभी को प्रशिक्षण दिया जाएगा।