कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने दिये निगम अधिकारियों को निर्देश, बाजार में उपलब्ध हों स्थानीय सामग्री

इस बार दीपावली में हमारी एसएचजी की बहनों के कमाल के डिजाइनर दीयों से रौशन करें घर, कमाल के हुनर और रंगों के सुंदर संयोग से दीयों के सेट के साथ बनाई गई सुंदर पूजा की थाली
 
दुर्ग। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निगम अधिकारियों को निर्देशित किया है कि दीपावली के अवसर पर बाजार में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करें। इस बार दीवाली के लिए एसएचजी की महिलाओं ने शानदार डिजाइनर दीये एवं अन्य सजावटी वस्तुएं तैयार की हैं जो गुणवत्ता, सुंदरता और कीमत हर मायने में उत्कृष्ट हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता में मेहनत कर और एकजुट होकर एसएचजी की महिलाओं ने कमाल की चीजें बनाई हैं, यह बाजार की जरूरतों को पूरा करने एवं अपनी गुणवत्ता से ग्राहकों को आकर्षित करने उपयोगी साबित होंगी, इससे व्यापारियों को भी अपने ग्राहकों की रुचि के मुताबिक दीवाली की सामग्री की रेंज उपलब्ध होगी। कलेक्टर ने निगम अधिकारियों से कहा कि व्यापारी संघों की बैठक लें एवं उन्हें इस संबंध में उत्साहित करें। प्रत्येक निगम में काफी पहले से इस संबंध में तैयारियां की जा रही थीं अतएव सामग्री पर्याप्त मात्रा में बनाई जा चुकी हैं इसकी रेंज भी पर्याप्त है। इनका आकर्षण भी खासा है इसलिए विदेशों से भी यह सामग्री बनाई जा रही हैं ऐसे में अपनी चीजें जब शानदार हैं तो व्यापारी आयातित सामग्री क्यों बेचें? उन्हें स्थानीय स्तर पर कम कीमत में गुणवत्तापूर्वक चीजें मिलेंगी।
कलेक्टर ने माँगा प्लान, कैसे पहुंचेंगे ग्राहकों तक- कलेक्टर ने मीटिंग में फोकस इस बात पर रखा कि कैसे आप ग्राहकों तक संपर्क बनाएंगे। उन्होंने कहा कि आपका ब्रांड शानदार है यह दिख रहा है लेकिन इसे लेकर आप ग्राहकों तक कैसे एप्रोच कर रहे हैं यह भी मायने रखता है। इस पर सभी निगम आयुक्तों ने अपना प्लान बताया। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जिला पंचायत सीईओ  सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि बिहान बाजारों के माध्यम से इसकी बिक्री की जाएगी, इसके लिए बुकलेट भी तैयार किया गया है। बिहान के यंग प्रोफेशनल अपने क्षेत्र के व्यापारियों के साथ संपर्क में हैं और इनकी बुकिंग हो रही हैं। उम्मीद है काफी अच्छा रिस्पांस रहेगा। भिलाई निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि सबसे प्रमुख जगहों पर इन उत्पादों के लिए जगह दी जाएगी। व्यापारिक संघों से चर्चा की जा रही है उन तक इन सामग्री को पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य तरह के डिस्प्ले के भी माध्यमों का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक एक लाख दीयों की बुकिंग हो चुकी है। दुर्ग निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन ने बताया कि अब तक 80 हजार दीये बन चुके हैं और लगातार दीये बनाये जा रहे हैं बिक्री के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
इस बार छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की भी पैकेजिंग होगी, भेजे जाएंगे गिफ्ट पैक के रूप में- दीवाली के मौके पर गिफ्ट्स पैक भेजने की परंपरा है। ज्यादातर लोग सोनपापड़ी भेज देते हैं। व्यंजन के गिफ्ट्स पैक में देशी टच आए। इसके लिए भी स्वसहायता समूह उत्पाद तैयार कर रहे हैं। वे देशी छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का सेट तैयार कर रहे हैं। इसमें ठेठरी, खुरमी, अइरसा, बीरिया, पीड़िया, पपची जैसे आइटम होंगे। जिला पंचायत सीईओ आलोक ने बताया कि इसके लिए ग्राम पंचायतों में स्वसहायता समूहों को चिन्हांकित कर लिया गया है।

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