OLX के नाम पर फ्रॉड करने वाले दो आरोपी  गिरफ्तार

बिलासपुर। थाना सिटी कोतवाली के मामले में प्रार्थिया के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसने ओ एल एक्स में बिक्री हेतु अपने पलंग बिक्री हेतु डिटेल पोस्ट की थी कि अज्ञात मोबाइल नंबर 6259015453 व मोबाइल नंबर 95428 76661 पर कॉल कर अज्ञात आरोपी ने प्रार्थिया से भुगतान के संबंध में गूगल पे नंबर का मांग किया। प्रार्थिया के पास गूगल पे नंबर नहीं होने पर उसने अपने रिश्तेदार का गूगल पे नंबर दिया ।आरोपी द्वारा भुगतान करने का झांसा देकर प्रार्थिया एवम उसके रिश्तेदार से गूगल पे नंबर पर सारी डिटेल आहरण संबंधी डलवा कर उसे झांसे में लेकर तकरीबन 55000 की राशि आहरित कर ली थी। जिस पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया गया गया था।

थाना सरकंडा में पंजीबद्ध अपराध का विवरण इस प्रकार है कि –
वरिष्ठ नागरिक प्रार्थी के द्वारा ओ एल एक्स पर एक एक्टिवा गाड़ी का विज्ञापन देखकर गाड़ी बेचने वाले के मोबाइल नंबर 82090 38681 में संपर्क किए ,वाहन बेचने वाले ने अपने आप को माना कैंप में फौज में होना बताया एवं माना में ही पदस्थापना बताकर प्रार्थी से लेन देन का मैसेज आदान प्रदान किया इसी दौरान सौदा तय होने पर प्रार्थी ने आरोपी की बताएं मोबाइल नंबर पर ₹25000 की राशि प्रथम बार व ट्रांसपोर्ट एवं अन्य एलाउंसेस के नाम पर कुल 45990/रुपए पेटीएम में ट्रांसफर कर दिया।

प्रार्थी ने पेटीएम हेतु नंबर 6393480452 जो कि सुधीर बेरिया के नाम पर था पर ट्रांसफर किया । इस तरीके से ओएलएक्स में विज्ञापन देने वाले अज्ञात आरोपी द्वारा अलग-अलग समय पर प्रार्थी को झांसा देकर एक्टिवा का विज्ञापन डाल कर अपने आप को आर्मी का जवान बताकर प्रार्थी से 45950 / रुपए की राशि झांसा देकर आहरित कर ली। जिस पर थाना सरकंडा में 420 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया

बिलासपुर जिले में इस तरीके से किए गए साइबर अपराध के संबंध में विगत दिनों बैठक लेकर जिला पुलिस कप्तान श्री प्रशांत अग्रवाल के द्वारा सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की बैठक आयोजित की थी। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के द्वारा बिलासपुर जिला में पूर्व में घटित अपराध में आरोपियो की गिरफ्तारी शत प्रतिशत सुनिश्चित करने हेतु सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियो को निर्देशित किया गया। इसी तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक शहर उमेंश कश्यप एवं अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामणी संजय ध्रुव बिलासपुर के द्वारा पुलिस कप्तान के निर्देश पर नोडल अधिकारी साईबर सेल निमेश बरैया एवं नगर पुलिस अधीक्षक सरकण्डा निमिषा पाण्डेय को तत्काल आरोपियों के गिरफ्तारी के संदर्भ में संयुक्त कार्यवाही हेतु निदेर्शित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियो से प्राप्त दिशा निर्देश पर विभिन्न अपराधो के संदर्भ में एक विशेष संयुक्त टीम का गठन साईबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान एवं थाना प्रभारी सरकण्डा निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संयुक्त टीम जो कि साईबर सेल के उप निरीक्षक अजय वारे के नेतृत्व में उप निरीक्षक जागेश्वर राठिया एवम अन्य संयुक्त थाना स्टाफ के साथ राजस्थान रवाना किया।
संयुक्त टीम के द्वारा राजस्थान पहुंचकर लगातार 11 दिनों तक कैम्प कर वहां की भौगोलिक परिस्थितियों एवं परिधानो से अपने आप को ढाल कर एवं राजस्थान के भरतपुर पुलिस के साथ संयुक्त रूप से समय-समय पर वेशभूषा बदलकर दिन और रात अलग अलग समय मे रेकी कर अंततःआरोपी की पहचान सुनिश्चित करने में सफल हुई एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर भरतपुर राजस्थान पुलिस की टीम के साथ संयुक्त रूप से रेड कार्रवाई कर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की एवं गिरफ्तार आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश कर राजस्थान से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आज बिलासपुर लाकर संबंधित न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

गिरफ्तार आरोपी
थाना कोतवाली अपराध क्रमांक 63/20
01- जाकर पिता मुंशी उम्र 40 वर्ष ग्राम जरवास पोस्ट गुलपारा थाना सकरी जिला भरतपुर राजस्थान
थाना सरकंडा अपराध क्रमांक 626/20 धारा 420
01- रुख़मीन पिता रहमान उम्र 28 वर्ष साकिन रेलवे कॉलोनी कसबानगर जिला भरतपुर राजस्थान
फरार सहआरोपी – मोहम्मद जाबिर पिता अब्दुल रशीद उम्र 30 वर्ष साकिन लोहेसर थाना कामा जिला भरतपुर (राजस्थान)
जप्त मशरूका- घटना में प्रयुक्त मोबाइल, बैंक खाता बुक, एटीएम, नगदी रकम

कार्यवाही टीम- उपनिरीक्षक प्रभाकर तिवारी ,उपनिरीक्षक अजय वारे उपनिरीक्षक जागेश्वर राठिया ,प्रधान आरक्षक संतोष लोधी, प्रधान आरक्षक विकास सेंगर प्रधान आरक्षक धनेश साहू प्रधान आरक्षक निर्मल ठाकुर आर. राकेश बंजारे,सोनू पाल,गोवर्धन शर्मा ,अविनाश पांडेय।

विगत दिनों बिलासपुर पुलिस द्वारा साइबर अपराध के रोकथाम एवं बचाव हेतु जागरूकता अभियान” साइबर मितान” एक कदम सजगता की ओर चलाया गया था ।इसका उद्देश्य लोगों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करना एवं इस तरह के अपराध से उनको उनकेप परिवार को एवं समाज को शिकार होने से बचाना है।बिलासपुर पुलिस अपील करती है कि ओएलएक्स संबंधी फ्रॉड के संबंध में कृपया निम्नलिखित बचाव के तरीके अपनाएं।

ओ.एल.एक्स/ क्वीकर में सामान खरीदते समय ध्यान रखने वाली आवश्यक बातें

अपराधी फर्जी आर्मी जवान/अर्धसैनिक बल/पुलिस के जवान बनकर सस्ते में कार मोटरसायकल/कार/मोबाईल/ अन्य सामान बेचने का लालच देता है और आर्मी जवान की फोटो तथा सस्ता बिकता सामान देख लालच में आकर लोग ठगी का शिकार हो जाते है।

बचने के उपाय –
कोई भी वाहन/मोबाईल/अन्य सामान को खरीदते एवं बेचते समय सावधानी बरते।
वाहन/मोबाईल/अन्य सामान पसंद आने पर तत्काल भूगतान न करें। एडवांस रकम के नाम पर आपसे धोखाधडी हो सकती है।

ओएलएक्स/क्वीकर आदि पर पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र के नाम पर ठगी की जा रही है तत्काल विश्वास न करें।
 पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के फोटो का भी उपयोग वाटसअप नंबर में ठग के द्वारा किया जाता है। अतएव उनके नंबर का भी जांच पडताल करने के उपरांत ही खरीदी/बिक्री करें। विडियोकाल/प्रत्यक्ष रूप से देखकर सामान खरीदी करे।
 ओएलएक्स/क्वीकर आदि पर खरीदी/बिक्री हेतु पोस्ट की गयी वाहन/मोबाईल/अन्य सामान की केवल फोटो को देखकर सौदा न करें, सामान को जांच परख कर ही लेनदेन करें।
ओएलएक्स/क्वीकर पर वाहन बेचते/खरीदते समय किसी रकम का, भुगतान हेतु किसी लिंक पर क्लिक, आनलाईन पेमंट न करे। ( 01 रू, 10 रू के भूगतान के नाम पर लिंक/क्यू.आर कोड भेजकर आप के साथ ठगी हो सकती है)
ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश आन डिलीवरी विकल्प का ही उपयोग करें।
कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आये।
ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 तथा ई मेल आईडी support@olx.com है