दुर्लभ प्राणी पैंगोलिन पैंगोलिन की तस्करी करते 3 आरोपी गिरफ्तार

गरियाबंद। वन विभाग को मुखबिर से कुछ लोगो द्वारा पैंगोलिन को बेचने के लिए ग्राहक ढूंढने की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर वन विभाग की एन्टी पोचिंग टीम ने मौके पर पहुंचकर दबिश दी।टीम ने उदंती टाईगर रिजर्व के बफर जोन वन परिक्षेत्र कुल्हाडीघाट के कक्ष क्रमांक 897 परिसर छिंदौला में घेराबंदी कर आरोपियो को पकड़ लिया।जिले मे लगातार पैंगोलिन तस्करी के मामले सामने आने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। सबसे अहम और महत्वपूर्ण सवाल ये है कि क्या गरियाबंद जिले में पैंगोलिन के ग्राहक आसानी से उपलब्ध हो जाते है। और क्या यह जिला वन्यप्राणियों की तस्कर का गढ़ बन चुका है।वन विभाग के मुताबिक ओडिसा के दोनो तस्कर पैंगोलिन को बेचने के लिए छत्तीसगढ़ लेकर आये थे। मैनपुर के डंडाइपनी निवासी एक जगत भी उनके साथ मोजूद था। आरोपी ग्राहक ढूंढ पाते उससे पहले ही वन विभाग की टीम के हत्थे चढ़ गए। तीनो को कुल्हाड़ीघाट रेंज के छिंदौला से गिरफ्तार कर मैनपुर लाया गया।

पकड़े गए आरोपियों में दो ओडिसा के निवासी और एक मैनपुर क्षेत्र का रहवासी बताया जा रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार हनुराम कमार और धनसिंग कमार ओडिसा के निवासी है। दोनो नुआपाड़ा जिले के बोडेन थानांतर्गत भैंसमुडी गांव के निवासी है। वही तीसरा आरोपी जगत कमार डंडाईपानी तहसील मैनपुर का निवासी है।उक्त तीनों आरोपियों द्वारा अपराध कबूल करने पर उनके विरूद्व वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 9, 39 (3), अ, ब, 49 एवं 51 के तहत् अपराध पंजीबद्व किया गया। दरअसल गरियाबंद जिले में कल फिर दुर्लभ प्राणी पैंगोलिन की तस्करी का मामला सामने आया है। वन विभाग ने मामले में 3 अन्तर्राजीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्करों में एक गरियाबंद जिले का भी है। मामला मैनपुर और कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र से जुड़ा है।