महिला हेड कांस्टेबल की बेटी की सड़क हादसे में मौत

राजनांदगांवहाइवे पर आरके नगर चौक के पास तेज रफ्तार मालवाहक ने मोपेड को ठोकर मार दी। इसमें चिखली चौकी में पदस्थ महिला हेड कांस्टेबल की 12 वर्षीय बालिका की मौत हो गई। इसी तरह दो अन्य हादसों में भी दो बच्चों ने दम तोड़ दिया। हाइवे में हुए हादसे के बाद पुलिस प्रशासन व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटी रही। घटना बुधवार रात करीब 8.30 बजे की है। बसंतपुर पुलिस ने बताया कि 12 वर्षीय श्रेया ठाकुर अपने सहपाठी के साथ शाम को शहर से अपने घर की ओर जा रही थी, उनकी मोपेड आरके नगर चौक के पास पहुंची थी। चौक में ही ब्रेकर बनाया गया हैं, जहां श्रेया के साथी ने मोपेड में ब्रेक लगाई, तभी पीछे तेज गति से आ रही पिकअप मालवाहक ने पीछे से उन्हें जोरदार ठोकर मार दी। ठोकर से श्रेया मोपेड से उछलकर मालवाहक के पहिए के नीचे आ गई। हादसे में श्रेया को गंभीर चोटें आई थी, जिसे तत्काल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाया गया, लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही श्रेया ने दम तोड़ दिया था। पुलिस ने मालवाहक के चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

नहीं ले रहे सड़क हादसे थमने का नाम :-

आरके नगर चौक में जहां 13 वर्षीय श्रेया की हादसे में मौत हुई है, वहां पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। बीते सालभर में इसी जगह पर 5 मौतें हो चुकी है। जान गंवाने वाले सभी दुपहिया वाहन चालक रहे हैं। जिन्हें तेज रफ्तार ट्रक या मालवाहकों ने ठोकर मारा है। फ्लाईओवर से नीचे आने वाले वाहनों की रफ्तार चौक में अधिक रहती है। वहीं क्रासिंग में किसी तरह का संकेत नहीं होने के चलते वाहन चालक भी नियंत्रित नहीं हो पाते। चौक में सिग्नल लगाने की मांग पहले उठाई गई थी, लेकिन कोई पहल नहीं हो सकी। अंबागढ़ चौकी के ग्राम देववाड़वी में दो बैलों ने लड़ते हुए 2 साल के मासूम को रौंद दिया। घटना में बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी मुताबिक 2 वर्षीय त्रिन्ना पदमाकर अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी सामने गली में दो बैल लड़ने लगे। बैल लड़ते हुए बच्चे के नजदीक पहुंचे और लड़ते हुए बैलों ने त्रिन्ना को बुरी तरह रौंद दिया। परिजनों ने उसे तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने त्रिन्ना को मेडिकल कॉलेज रेफर किया, लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही मासूम ने दम तोड़ दिया।