ट्रैक्टर परेड में लापता किसानों की तलाश के लिए बनी कमेटी

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद से लापता किसानों की तलाश के लिए पांच सदस्यों की कमेटी बनाई गई है जिससे वह कमेटी किसी भी सूचना के मिलने पर तालमेल बनाकर उसपर आगे की कार्रवाई कर सके। वहीं आंदोलन की अगली रणनीति तय करने के लिए सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की जाएगी। उसमें फैसला होगा कि आंदोलन को किस तरह से आगे बढ़ाना है, जिससे सरकार पर दबाव बनाकर कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए बातचीत का रास्ता बनाया जा सके।

कुंडली बॉर्डर पर रविवार को पंजाब की 32 किसान संगठनों की बैठक हुई। इसमें ट्रैक्टर परेड के बाद से लापता 100 से ज्यादा किसानों की तलाश को लेकर चर्चा की गई। इसके लिए प्रेम सिंह भंगू, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, अवतार सिंह, किरणजीत सिंह सेखो व बलजीत सिंह की एक कमेटी बनाई गई। किसानों के बारे में कोई भी जानकारी 8198022033 पर देने की अपील की गई है।इसमें लापता व्यक्ति का पूरा नाम, पता, फोन नंबर और घर का कोई अन्य संपर्क और कब से गायब है, इस बारे में बताया जा सकता है। किसानों ने कहा कि सरकार इंटरनेट सेवाओं को बंद करा रही है, जिससे साफ हो गया है कि किसानों से सरकार डर गई है। सरकार को इंटरनेट सेवाएं तुरंत बहाल करनी चाहिए और किसानों पर हमला कराना बंद करे। उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि वास्तविक तथ्य किसानों और सामान्य जनता तक पहुंचे, इसलिए इंटरनेट की सेवा बंद कर दी गई है।

अगर हमें अंगुली टेढ़ी करनी पड़ी तो सरकार के लिए परेशानी हो जाएगी: चढूनी
भाकियू हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने रविवार को मंच से कहा कि अगर कोई आंदोलन पर आकर हमला करे तो हमें शांत रहना है। लेकिन बाद में पूरा जवाब देना है और जब गांवों में वोट मांगने आए तो इनकी तसल्ली बैठानी है। चढूनी ने कहा कि हमारे घर में आकर हमला किया जा रहा है और इस तरह से हमारे सब्र का इम्तहान नहीं लिया जाए। ऐसा वक्त न आए कि हमें अंगुली टेढ़ी करनी पड़े और सरकार के लिए परेशानी हो जाए।

 

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