हरियाणा:- घटनास्थल जाट कॉलेज के पास एक अखाड़ा बताया जा रहा है। जहां दो लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की और पांच लाेगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हो गए। घटना का कारण पुरानी रंजिश को बताया जा रहा है। घायलों को निकट के अस्‍पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और वारदात स्थल का जायजा लिया। जानकारी के अनुसार, सोनीपत जिले के ही सरगथल गांव निवासी 35 वर्षीय मनोज मलिक जाट कालेज के अखाड़े में हेड कोच थे। मनोज की पत्‍नी साक्षी रेलवे में क्लर्क थी। मनोज अपनी पत्‍नी और तीन साल के बेटे सरताज के साथ देव कालोनी में रहते थे। रोजाना की तरह शाम को वह पत्‍नी और बेटे के साथ जाट कालेज के ट्रैक पर घूमने के लिए गए थे। सुखवेंद्र अखाड़े के ऊपर वाली मंजिल पर रहता था। उसने मनोज और उसके परिवार को रात साढ़े नौ बजे अपने कमरे में बुलाया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
बताया जाता है कि मनोज को तीन गोलियां लगीं। उसकी पत्‍नी व बेटे को भी एक-एक गोली लगी। उसके बाद सुखवेंद्र ने कमरे में ताला लगाया और चाबी लेकर वहां से भाग गया। प्रत्‍यदर्शियों ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर अखाड़े में नीचे बैठे अन्य कोच और खिलाड़ी ऊपर की तरफ दौड़े। तभी सुखवेंद्र ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी और निकल भागा। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन मनोज मलिक की पत्‍नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की रहने वाली पहलवान पूजा और रोहतक के गांव मोखरा निवासी कोच प्रदीप की जान जा चुकी थी।  मनोज और झज्जर के गांव मांडोठी निवासी कोच सतीश दलाल को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उन्हें भी बचाया नहीं जा सका।
घटना का कारण मुख्य अभियुक्त सुखवेंद्र मोर और मारे गए कोच मनोज में विवाद बताया जा रहा है। सुखवेंद्र सोनीपत के बरोदा का रहने वाला है। वारदात के बाद अभियुक्त और उसके साथ आए हमलावर भाग निकले। पुलिस अखाड़े के सभी एंट्री प्वाइंट के अलावा प्रमुख रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने में जुटी है।
प्राथमिक जांच में अखाड़े को लेकर ही रंजिश की बात आ रही है। अभियुक्त को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है