मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, प्रदेश के 22 जिलों में एक साथ 3 हजार से अधिक जोड़े बंधे परिणय सूत्र में

रायपुर। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत श्ािनवार को हिन्दू, मुस्लिम और क्रिश्चन अलग-अलग धर्मों का संगम। प्रदेश के सभी एक साथ 3 हजार 229 जोडिय़ां परिणय सूत्र में बंधी। सभी जोड़ों का विवाह उनके धर्म के मुताबिक किया गया। कोरोना संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए महिला एंव बाल विकास विभाग 22 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर सामूहिक विवाह का आयोजन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद और उनके सुखमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। सीएम बघेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य जिलों के समारोह से भी जुड़े। मुख्यमंत्री बघेल ने विभिन्न जिले के नवविवाहित जोड़ो से बातचीत कर उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। इन समारोहों में तीन हजार 229 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ। रायपुर के समारोह में 233 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया।
गरीब परिवार की बेटियों की शादी की चिंता दूर करने और शादियों में होने वाले फिजूलखर्ची को सामूहिक विवाह के माध्यम से कम करने के उद्देश्य मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत विवाह का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा किया गया। बेटियों के विवाह में किसी प्रकार की कमी न हो इसे देखते हुए राज्य सरकार ने इस योजना के तहत राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी है। अब विभाग के द्वारा प्रति जोड़ा 25 हजार रूपए तक व्यय किया जाता है। इसमें से 20 हजार रुपए तक की सामग्री वर-वधू को प्रदान की गई व शेष 5 हजार रुपए प्रति जोड़े वैवाहिक कार्यक्रमों के विभिन्न आयोजनों में खर्च किये गए।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिय़ा, ससदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, विधायक धरसींवा श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, विधायक एवं छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, महापौर श्री एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल उपस्थित थे। कोण्डागांव के समारोह में राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम और विधायक मोहन मरकाम भी उपस्थित थे।