खुड़मुड़ा हत्याकांड को 84 दिन बीत चुके, नार्को टेस्ट के बाद गुजरात से पुलिस टीम खाली हाथ लौटी
दुर्ग:- खुड़मुड़ा में 21 दिसंबर को 4 लोगों की हत्याकांड में प्रमुख संदेहियों का नार्को टेस्ट कराने के बाद रविवार को पुलिस की टीम लौट आई है। पुलिस ने नार्को टेस्ट के लिए 11 लोगों को संदिग्धों की सूची में शामिल किया था। 7 संदेही पहले ही लौट आए थे।
पुलिस के मुताबिक 84 दिन पहले खुड़मुड़ा गांव में बालाराम ,उसकी पत्नी दुलारी बाई ,बेटा रोहित और बहू कीर्तिन का शव पड़ा मिला था। हत्यारों ने बालाराम,उसके बेटे और पत्नी की गला दबाकर हत्या की थी। जबकि बहू के सिर पर सिलबट्टा मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद करीब 1 महीने पहले 13 फरवरी को अमलेश्वर टीआई वीरेंद्र श्रीवास्तव,मोहन नगर टीआई ब्रिजेश कुशवाह और खुर्सीपार टीआई सुरेश ध्रुव 8 संदिग्धों को लेकर गुजरात के गांधी नगर नार्को टेस्ट कराने के लिए गए थे।
बाकी में संदिग्धों की सूची में शामिल 3 लोगों को टेस्ट के लिए बुलाया गया था। बाकी संदिग्ध एक सप्ताह पहले लौट आए थे। चार लोगों को लेकर टीम रविवार को लौट आई है। नार्को टेस्ट की रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में एसपी को मिलेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। खबर है कि नार्को टेस्ट में किसी भी संदिग्ध ने हत्या में शामिल होने की किसी भी बात से इंकार कर दिया है। इसके बाद एक बार फिर पुलिस के हाथ खुड़मुड़ा हत्याकांड में खाली कर रह गए हैं।