खुड़मुड़ा हत्याकांड: नार्को टेस्ट के बाद परिवार के दो सदस्य सहित 3 हिरासत में
दुर्ग:- अमलेश्वर के खुड़मुड़ा हत्या के मामले में पुलिस हत्यारों के करीब पहुंच चुकी है। सोमवार को पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के बाद परिवार के दो सदस्यों व एक पड़ोसी को हिरासत में लिया है। उन सभी से देर रात तक पूछताछ जारी है। खबर है कि इन तीनों ने ही मिलकर हत्या की पूरी घटना को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस को अब तक हत्या के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं हो पाई है। इसके चलते हिरासत में लिए गए तीनों से पूछताछ जारी है। मामले में कई अन्य की संलिप्तता की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस ने इससे इंकार किया है। घटना के 84 दिन बाद पुलिस आरोपियों के करीब पहुंच पाई है। साइबर सेल में सोमवार को अचानक अफसरों की हलचल बढ़ गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रोहित मौसा, गंगाराम सोनकर और पड़ोसी नरेश से पुलिस ने पूछताछ शुरू की गई है। डीजीपी की स्पेशल टीम सुबह से साइबर सेल में डेरा जमाए हुए हैं। 8 दिन पहले घटना के एक मात्र प्रत्यक्षदर्शी बालाराम के नाती दुर्गेश को भी घर से अज्ञात स्थल पर ले जाया गया है। इसके बाद से दुर्गेश पुलिस की कस्टडी में है।
हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्धों से पूरे दिन पूछताछ, अब हत्या की कड़ियां जोड़ रही पुलिस
तीनों के नाम एक बार फिर से सामने आने के बाद पुलिस अब घटना से जुड़ी सारी कड़ियां जोड़ रही है। इसमें रोहित मौसा, गंगाराम और नरेश के बारे में पूरी जानकारी जुटा रही है। रोहित मौसा उर्फ रोहित सोनकर नार्को टेस्ट हुआ है। रोहित बालाराम के बेटे गंगाराम की पत्नी निर्मला का रिश्तेदार है। रोहित कोपीडीह गांव में रहता है। घटना के एक दिन पहले रोहित ने गंगाराम के कहने पर उसका धान बेचा था। 20 दिसंबर की रात धान बेचने के बाद रोहित ने मजदूरों के साथ शराब पी थी। इसके बाद वह बालाराम के घर भी गया था। रोहित ने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था। इस वजह से वह पहले दिन से संदेह के दायरे में है। गंगाराम मृतक बालाराम का बेटा है। गंगाराम की पत्नी निर्मला और रोहित आपस में रिश्तेदार है। घटना वाले दिन रोहित ने गंगाराम के साथ जमकर शराब पी। रात वह घर पर सो गया। इस वजह से उसकी संलिप्तता मानी जा रही है। एक अन्य नरेश का खेत बालाराम के खेत से लगा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी दुर्गेश ने नरेश को सुबह घर के पास देखा था।
पाटन क्षेत्र का सबसे चर्चित मामला, अब तक अनसुलझा, सीएम का गृह क्षेत्र भी
21 दिसंबर को खुड़मुड़ा गांव में बालाराम सोनकर, उसके बेटे रोहित, पत्नी दुलारी बाई और बहू कीर्तिन की शव पड़ा मिला था। बालाराम, रोहित और दुलारी बाई का शव पानी की टंकी में मिला। जबकि कीर्तिन का शव आंगन में पड़ा मिला। उसके सिर पर सिलबट्टे मारकर हत्या की गई थी। जबकि बाकी तीनों की गला दबाकर और सिर के पिछले हिस्से मेंं लोहे के रॉड से हमला करके हत्या की गई थी। घटना के बाद पुलिस ने प्रेम प्रसंग, जमीन विवाद, प्रॉपर्टी विवाद समेत कई पहलुओं पर जांच कर रही है।
पुलिस ने परिवार के सदस्यों का कराया नार्को टेस्ट
निर्मला परिवार की बहू और गंगाराम की पत्नी है। जांच के बाद एक महिला ने दो बार प्रेमी के साथ मिलकर हत्या करना कबूल किया। दोनों ने पहले हत्या कबूला था। बाद में इंकार किया।
लता भी सोनकर परिवार की बहू व सोमनाथ की पत्नी है। लता का ट्रैक्टर के 50 हजार रुपए के लिए बालाराम की बहू कीर्तिन से विवाद था। वह करीब डेढ़ लाख बालाराम के घर से ले गई थी।
घटना के पहले ही दिन से रोहित मौसा पुलिस के संदिग्धों की सूची में है। रोहित का बालाराम के परिवार की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग है। रोहित ने अपने साले मनोज लंगड़ा से सोमनाथ से परिचय कराया था। घटना वाले दिन रोहित ने मोबाइल बंद रखा।
ऑटो चलाने वाले गुमान ने बालाराम की एक बहू को गुडनाइट का मैसेज किया था। तड़के सुबह करीब 3 बजे गुमान घर गया था। गुमान की घर की एक महिला से बातचीत थी। गोपा जमीन दलाल है। गोपा ने पिछले दो वर्षों मेंं बालाराम के परिवार से जमीन खरीदने बेचने को लेकर संपर्क किया था। बालाराम की पत्नी ने 15 लाख रुपए एकड़ में जमीन बेचने क सौदा किया था।