रायपुर में नया लक्षण, एकाएक बेहद कमजोरी लगने के बाद स्थिति हो जाती है गंभीर

रायपुर:- कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है। यदि आपको सर्दी, खांसी, बुखार, साँस लेने में कठिनाई या स्वाद व सूंघने की क्षमता का अभाव हो, तो तत्काल कोरोना की निःशुल्क जाँच कराएं। छत्तीसगढ़ के रायपुर में पिछले कुछ दिनों में कोरोना का नया लक्षण सामने आया है। इसमें प्रभावित व्यक्ति को एकाएक बेहद कमजोरी लगती है लेकिन उन्हें सर्दी यह बुखार आदि नहीं आता है, ऐसे में व्यक्ति कोरोना की जांच नहीं कराता और स्थिति एकदम गंभीर होने पर जांच या ईलाज के लिए आता है।
रायपुर जिले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मीरा बघेल ने बताया कि रायपुर जिले मंे 23 मार्च को ऐसे दस केस सामने आए जिसमें अत्यंत गंभीर स्थिति पाए जाने के कारण तीन मरीजों को बचाया जाना संभव नहीं हुआ। उन्हांेने कहा अगर किसी भी व्यक्ति इस तरह अगर एकाएक बेहद कमजोरी लगती है तो उन्हंे भी तत्काल जांच करानी चाहिए। कलेक्टर डाॅ.एस. भारतीदासन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने  नागरिको से अपील की है कि किसी को कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं, तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्र जाएं अथवा निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर -104 पर संपर्क कर सकते है।
कोरोना जाँच से तत्काल शुरू हो सकेगा ईलाज, दूसरों भी बचेंगे कोरोना से
कोरोना जाँच का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर किसी को कोरोना पॉजिटिव आता है तो वह समय पर अपना ईलाज शुरू कर सकता है। समय पर ईलाज शुरू होने से उसके जल्दी स्वस्थ्य होने तथा शरीर पर कम से कम हानि होंने की रहती है। इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि प्रभावित व्यक्ति दूसरों को कोरोना नहीं फैलाएंगे और उसके परिवार के सदस्य, मित्र, पड़ोसी, रिश्तेदार तथा संपर्क में आए हुए व्यक्ति स्वस्थ्य बने रहेंगे इससे कोरोना की चेन तोड़ने में भी मदद मिलेगी। यह भी बेहद जरूरी है कि कोरोना से बचाव के लिए हर संभव प्रयास करें और मास्क लगाने के साथ 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखे और कोविड अनुरूप व्यवहार को अपनाए।
टीकाकरण केन्द्रों में दस्तावेज लाकर वैक्सीन लगवाई जा सकती है
कोरोना पाॅजिटिव आने की स्थिति में प्रभावित व्यक्ति डॉक्टर की सलाह से घर या अस्पताल में भर्ती हो पायेंगे। आपातकालीन की स्थिति में आक्सीजन या वेंटिलेटर के लिये नहीं भटकेंगे। इस तरह चिकित्सीय खर्चे से भी बचेंगे। उल्लेखनीय है कि एम्स, मेडिकल काॅलेज, जिला चिकित्सालाय, सहित माना, लालपुर और आर्युवेदिक काॅलेज हास्पिटल आदि में कोरोना के ईलाज की व्यापक व्यवस्थाएं की गई है। कोरोना जाँच नहीं कराने और आधी-अधूरी दवा खाने पर बीमार बने रहने की स्थिति रहेगी तथा आपातकालीन स्थिति में ऐसे मरीज को आॅक्सिजन/वेंटिलेटर के लिये भटकते रहेंगे। उन्हें इलाज में भी लम्बा समय लगेगा। ऐसे में फेफड़े क्षतिग्रस्त होने की भी संभावना रहती है।
कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी संबंधितों से अपील है कि वे अपना फोटो पहचान पत्र दिखाकर किसी भी कोविड टीकाकरण केन्द्र में कोविड टीकाकरण लगवा सकते हैं। रायपुर जिले में 58 चिकित्सालय और केन्द्रों में कोरोना के जांच और निःशुल्क वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है। इसी तरह जिले के 58 निजी चिकित्सालयों में कोरोना के सःशुल्क वैक्सीन लगाने की व्यवस्था है।
60 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिक के अलावा 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर मरीजों का कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। 45 वर्ष से 59 वर्ष के मध्य वाले नागरिकों को न्यूनतम एम.बी.बी.एस वाले डाक्टर का निर्धारित प्रारूप में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा। 1 अप्रेल से अब 45 साल के सभी नागरिकों को टीकाकरण लग सकता है। ऐसे नागरिक आधार कार्ड, वोटर आई डी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस,एन.पी.आर कार्ड, पेंशन दस्तावेज में कोई एक दस्तावेज लाकर टीकाकरण करवा सकता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए इस नं 7869019063 में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।

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