बड़ा फैसला: अब संक्रमित व्यक्ति के पूरे परिवार को दी जायेगी कोरोना की दवा, शादी-ब्याह और दशगात्र में 10 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शादी-ब्याह और दशगात्र के कार्यक्रम में 10-10 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी जा रही है। सभी कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि इनमें निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल न हो। उन्होंने इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिले में होने वाले इन कार्यक्रमों पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए है। साथ ही वहां कार्यक्रमों में कोविड अनुकूल व्यवहार का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने भी कहा। उन्होंने कहा कि इसके पालन के लिए वे अपने क्षेत्र अंतर्गत समाज प्रमुखों की बैठक लेकर आवश्यक समझाईश दें कि इन कार्यक्रमों में निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल न हों। उन्होंने इसके तहत सरपंच, पटवारी, शिक्षक, रोजगार सहायक तथा कोटवार आदि स्थानीय कर्मचारियों के माध्यम से गांव में कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री बघेल कल शाम राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में विधानसभा अध्यक्ष तथा मंत्रीगणों सहित ज्यादा संक्रमित वाले 11 जिलों के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कोरोना संक्रमण की स्थिति के बारे में विस्तार से समीक्षा की। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सहित स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला तथा मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने इस दौरान चर्चा करते हुए राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतर्राज्यीय सीमाओं तथा खदान एवं फैक्ट्रियों में बाहर से आने वाले लोगों की जांच के लिए सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए। साथ ही वहां कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के संबंध में निर्देशित किया। इसी तरह उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को भी कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति घर में अलग से रहे और उसका परिवार के बाकी सदस्यों से मेल-जोल न हो, इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही कोरोना संक्रमित वाले व्यक्ति के पूरे परिवार को कोरोना की दवा तत्काल उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी कलेक्टरों को अपने-अपने जिले में टीकाकरण के कार्य को विशेष गति के साथ चलाए जाने के निर्देश दिए। इसके लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य में वर्तमान में लॉकडाउन के दौरान लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पीडीएस के तहत माह मई एवं जून के राशन को शीघ्रता से निःशुल्क वितरण करने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर राज्य के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सेनेटाइजर और मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे। इसका वितरण महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से किया जाएगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कार्य के लिए विशेष जोर दिया। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने टेस्टिंग तथा ट्रेसिंग को बढ़ाने, गृह मंत्री साहू ने शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था, कृषि मंत्री चौबे और वन मंत्री अकबर ने कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करने पर जोर दिया। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री भेंड़िया और खाद्य मंत्री भगत ने गाइडलाइन के पालन सहित ब्लाक स्तर पर अस्पतालों में आवश्यक संसाधनों में बढ़ोत्तरी के लिए कहा। इस दौरान उद्योग मंत्री लखमा, उच्च शिक्षा मंत्री पटेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने भी आवश्यक सुझाव दिए।