अच्छी खबर: जिन्हें कोरोना हुआ था और वैक्सीन भी लग चुकी है उन्हें नहीं होगी बूस्टर की जरूरत, इम्युन सिस्टम बेहतर करेगा काम
नई दिल्ली:- देश में लगातार कोरोना वायरस के केस लाखों की संख्या में सामने आ रहे हैं। रोजाना करीब तीन हजार लोगों की मौत हो रही है। हालांकि बड़ी संख्या में लोग रोजाना स्वस्थ भी हो रहे हैं। ऐसे में जानना जरूरी है कि जिन्हें कोरोना हो चुका है उनके लिए इम्युन सिस्ट्म किस तरह काम करेगा और अगर किसी को कोरोना हुआ है तो उसके लिए आगे के हालात कैसे होंगे। वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि कोरोना वायरस या वैक्सीन से पैदा हुई इम्युनिटी बहुत कम वक्त के लिए होती है, लेकिन नए अध्ययन में पता चला है कि इम्युनिटी कुछ साल के लिए और किसी किसी में दशकों तक रहती है।
जिन लोगों को कोरोना हुआ था और वैक्सीन भी लग चुकी है उनके लिए अच्छी खबर है कि अब उन्हें कभी भी बूस्टर की जरूरत नहीं होगी। इस मतलब है कि उन्हें अब कोई खतरा नहीं होगा। लेकिन जिन्हें कोरोना नहीं हुआ है और वैक्सीन लगी है, उन्हें साल भर के भीतर फिर वैक्सीन लेना होगा। दोनों ही मामलों में इम्युन सिस्टम बेहतर काम करेगा और अस्थिमज्जा (Bone marrow) में मौजूद रहकर वायरस की पहचान करेगा। बोन मैरो रक्त लेने जैसा नहीं है, रोगी को एक नहीं कई बार बोन मैरो लेना पड़ता है, यानी ये एक मुश्किल प्रक्रिया है।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि इस तरह के इम्युन सेल शरीर में बनते रहते हैं और वो जो एंटीबॉडी पैदा करते हैं वो वक्त से साथ और बेहतर होते जाते हैं। संक्रमण खत्म होने के बाद भी ये सेल बेहतर होते जाते हैं क्योंकि इम्युन सिस्टम वायरस से लड़ता रहता है। समय के साथ पता इम्युन सिस्टम में सुधार आता रहता है ताकि वो वायरस से मजबूती से लड़ सके।
हालांकि वैक्सीन से एक जैसा नतीजा नहीं मिलता है, क्योंकि इम्युनाइजेशन के बाद इम्युन मेमोरी भिन्न तरीके से संगठित होती है। संक्रमण के किसी मौजूदा रोगी और संक्रमण से उबर चुके व्यक्ति में अलग तरीके से काम करती है।