वर्चुअल इवेंट के जरिये होगा तम्बाकू“छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध” पर चर्चा

दुर्ग । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हर साल 31 मई को World No Tobacco Day यानि विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस बार यह दिवस जीवन को बचाने तंबाकू को छोड़ने को कोरोना महामारी के संकट के दौर मेंवैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जा रहा है । इस बार साल 2021 की थीम है- ” ‘commit to quit’ यानी “छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध” है,  ये अभियान लोगों को स्वस्थ जीवन के लिए तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर इससे बचाव की जानकारी दी जाएगी। जनजागरुकता के लिए अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर के बाहर प्रेरक बैनर-पोस्टर लगाए जाएंगे।‘’हालांकि, पिछले साल की तरह, इस साल भी, चल रहे COVID-19 महामारी की वजह से कोई सार्वजनिक अभियान नहीं होगा। लेकिन एक वर्चुअल इवेंट ऑर्गेनाइज कर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

ज़िला तंबाकू निषेध प्रकोष्ठ की ज़िला सलाहकार डॉ. सोनल सिंह ने बताया, “विश्व तंबाकू निषेध दिवस इसलिए मनाया जाता है ताकितंबाकू या इससे सम्बंधितउत्पादों के उपभोग पर रोक लगाना या इस्तेमाल को कम करने के लिए लोगों को जागरुक बनाया जा सके।  इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के सेवन से स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे और साइड इफेक्ट को लेकर जागरुक करना हैऔर उन्हें इस चीज के इस्तेमाल से दूर करना है”।

इस वर्ष की थीम “छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध” के तहत लोगों को तंबाकू छोड़ने और इससे कैसे बचाव हो विषय पर नशा मुक्ति केंद्र सुपेला के डेंटिस्ट डॉ. मुनीश भगत चर्चा करेंगे। वहीं कोटपा एक्ट को लेकर नए कानून के संबंध में विधिक सलाहकार ख्याति जैन जानकारी देंगे। जिला सलाहकार डॉ सोनल सिंह द्वारा टोबैको फ्री एजुकेशन इंस्टिट्यूटऔर कोविड-19 से बचाव में तंबाकू निषेध की भूमिका पर चर्चा करेंगी। वर्चुअल इवेंट में स्कूल व कॉलेज के टीचर व प्रोफेसर भी शामिल होंगे। सामाजिक संस्था द यूनियन के डिविजनल कोऑडिनेटर प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा कैसे छोड़े तंबाकू का सेवन का तरीका बताएंगे।

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर ज़िला तंबाकू निषेध प्रकोष्ठ के द्वारा वर्चुअल अंतरविभागीय कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अलावा पुलिस प्रशासन, नगर निगम, पंचायत विभाग, स्कूल शिक्षा, कृषि विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे। ज़िला सलाहकार डॉ. सोनल सिंह ने बताया, “जिला अस्पताल की ओपीडी में नशा मुक्ति केंद्र में काउंसलर व सोशल वर्कर द्वारा तंबाकू उत्पाद और उसके सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ तंबाकू मुक्ति का अभियान के पर्चे भी बांटेंगे। जिससे आने वाले समय में लोगों को तंबाकू से होने वाली हानिकारक बीमारियों से समय रहते सचेत किया जाए और बचाया जा सके।विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित होने वाली गतिविधियों को जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.गम्भीर सिंह ठाकुर के नेतृत्व में और जिला नोडल अधिकारी डॉ आरके खंडेलवाल के मार्गदर्शन में किया जाएगा ।

क्या होता है तंबाकू सेवन से….

शरीर के विभिन्न अंग जैसे- मुंह, गला, आहार नली, फेफड़ा, आमाशय, लीवर, किडनी व मस्तिष्क आदि के खराब होने का खतरा रहता है। साथ ही तंबाकू के सेवन से कैंसर, मानसिक रोग व नपुंसकता जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।

क्या कहती है सर्वे रिपोर्ट

ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे 2016-17 के अनुसार छत्तीसगढ़ में 39.1 प्रतिशत लोग किसी न किसी प्रकार से तंबाकू का सेवन करते हैं। यह देश की औसत 28.4 प्रतिशत से अधिक है। इसमें से 7 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने 15 वर्ष की उम्र से पहले ही तंबाकू का सेवन शुरू किया था। 29 प्रतिशत ने 15-17 वर्ष की उम्र से और 35.4 प्रतिशत ने 18-19 वर्ष में सेवन शुरू किया। यानी औसतन 18.5 वर्ष की आयु में तंबाकू का सेवन शुरू किया था।