धान खरीदी प्रभारी का एक और कारनामा, किसानों ने लगाया बारदाना राशी घोटाले का आरोप

किसानों का आरोप कभी टोकन के नाम पर,तो कभी जबरदस्ती धान खराब होने का हवाला देकर कि जाती थी 500-2500 रुपये कि अवैध वसूली
जांजगीर-चांपा :- धान उपार्जन केन्द्र किकिरदा के धान खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे के दिन बा दिन नये-नये हैरान कर देने वाले कारनामे सामने आ रहे हैं। पहले लगभग 50 लाख के धान का फर्जीवाड़ा करने का मामला आया। दोषी पाए जाने पर खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे को निलंबित कर दिया,लेकिन मजेदार बात ये रही कि गबन का दोषी पाये जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा बर्खास्तगी एवं एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया। जिससे अधिकारीयों पर कार्यवाही के नाम पर लेनदेन कर खानापूर्ति करने की चर्चा जोरों पर हैं।
यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे, कम्प्यूटर आपरेटर सुरेश देवांगन पर इस बार किसानों ने धान खरीदी में अवैध वसूली व बारदाना का पैसा गबन करने का आरोप लगाया है।किसानों ने आशंका जताई हैं कि अगर इसकी जांच कि जाती हैं तो लाखों के बारदाना घोटाले का मामला उजागर होगा। किसानों ने जिला कलेक्टर खाद्य शाखा, उप पंजीयक से लिखित शिकायत किया है किसानों ने अपनी शिकायत में कहा है कि किकिरदा खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे एवं कंप्यूट

र आपरेटर के द्वारा धान खरीदी के समय बारदाना नही कहकर राज्य शासन के आदेश एवं जिला अधिकारियों के निर्देश पर किसानों से बारदाना लेकर धान खरीदी किया जिसमे प्रति बारदाना 15 रुपय देने की बात कही गयी थी । परंतु आज दिनांक तक किसानों को उनके द्वारा दिये गए बारदाने की राशि नही मिली है खरीदी प्रभारी और कंप्यूटर आपरेटर द्वारा उन्हें बार बार बारदाने का पैसा खाते में आज आएगा, कल आएगा , कभी कभी मिलर पैसा देगा तो मैं दूंगा कहकर घुमाया जा रहा है । किसानों ने शंका जाहिर की है कि उनके द्वारा दिये गए बारदाना की राशि को खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे और कंप्यूटर आपरेटर ने मिल कर हजम कर लिया है इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने किसानों ने शिकायत किया है। साथ ही किसानों ने अपनी शिकायत में बताया है कि खरीदी प्रभारी उमेश बंजारे,कम्प्यूटर आपरेटर सुरेश देवांगन द्वारा टोकन के नाम पर जबरदस्ती धान खराब होने का हवाला देकर 500 से 2500 रुपये तक कि वसूली कि गई,पैसा नहीं देने पर आवक टोकन नहीं दिया जाता था और न ही धान तौल कि जाती थी।
अब एक बार फिर देखना होगा कि किसानों की शिकायत पर किकिरदा बारदाना व अवैध वसूली मामले में जांच कर किसानों के साथ न्याय किया जाएगा या नही। साथ ही दोषी खरीदी प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई होगी या मामले को रफा दफा करने जांच के नाम पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा लेनदेन कर खानापूर्ति की जायेगी।

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