अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
जांजगीर-चांपा (चिन्तक):- सक्ती एसडीओपी शोभराज अग्रवाल की दिशानिर्देश तथा मार्गदर्शन पर सक्ती पुलिस ने अपने क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा ली है।। दरअसल 15 जून को सूचना प्राप्त हुआ कि थाना क्षेत्र के ग्राम डोड़की के भांठापारा कोतरी नाला में एक अज्ञात महिला का शव पड़ा हुआ है, सूचना पाकर मौके पर पहुंची सक्ती पुलिस द्वारा उक्त मामले पर मर्ग कमांक 35/2021 धारा 174 जा.फौ. कायम किया गया और शव की शिनाख्त की गई तो ज्ञात हुआ कि मृतिका संतोषी महंत है जोकि नन्दौर खुर्द में निवासरत थी। मर्ग विवेचना दौरान मृत्यु का कारण डॉक्टर द्वारा शव के पी.एम. पश्चात् पी.एम. रिपोर्ट में कारण गला दबाने से होना लेख करने पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध कमांक 161/302, 201, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अपने थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए इस निर्मम हत्या कांड को देखते हुए एसडीओपी की दिशा निर्देश पर थाना प्रभारी द्वारा उक्त मामले की हर एक पहलू को बारीकी से जांच किया गया तथा साइबर सेल की मदद से आरोपी तक पहुंचने में सक्ती पुलिस को लगभग सप्ताह भर बाद बड़ी सफलता मिली। आपको बता दें कि यह हत्याकांड प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ एक भयानक वारदात है जिसमें प्रेमिका द्वारा शादी के लिए दबाव बनाए जाने पर 26 वर्षीय आरोपी प्रेमी ओम प्रसाद साहू के द्वारा अपने एक अन्य साथी परमेश्वर सिदार के साथ मिलकर अपनी प्रेमिका की गला दबाकर निर्मम हत्या कर दिया गया तत्पश्चात खुद को बचाने के लिए मृतका की लाश को ठिकाने लगाने कोतरी नाला में फेंक दिया एवं पुलिस से पकड़े जाने की डर से मृतिका के 02 नग मोबाईल को भी नाला के पानी में फेंक दिया।
और आरोपी ओम प्रसाद साहू दिनांक 11.06.2021 के सबेरे 04.00 बजे पुलिस से बचने के लिए बतौली सरगुजा भाग कर चला गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सक्ती पुलिस द्वारा साइबर सेल की मदद लेकर संदेही आरोपी ओम प्रसाद साहू पिता गुरवारू साहू साकिन असौंदा को बतौली से हिरासत में लेकर थाना सक्ती लाया गया। संदेही आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि ग्राम नन्दौर खुर्द के संतोषी महंत जो एक साथ हाई स्कूल नन्दौर कलां में पढ़ाई किये थे उससे पिछले एक वर्ष से फोन से बातचीत होना तथा इस बीच दोनों के आपसी सहमति से कई बार शारीरिक संबंध भी स्थापित होना बताया गया तथा उक्त मृतिका के द्वारा शादी करने के लिए लगातार दबाव बनाए जाने पर आरोपी ओम प्रसाद साहू द्वारा अपने एक अन्य साथी परमेश्वर सिदार के साथ मिलकर उक्त बड़ी संगीन वारदात को अंजाम देने की बात कही गयी।
आरोपियों द्वारा अपराध स्वीकार किए जाने पर उक्त दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर विधिवत 21 जून के दरमियान न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने की बड़ी कार्यवाही की गई।