एक घंटे में तीन जगहों पर दिखे संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन, फायरिंग के बाद वापस लौटे

जम्मू : जम्मू-कश्मीर में बीती देर रात भी जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन मंडराते देखे गए। अधिकारियों ने बताया कि ये ड्रोन रात करीब 8.30 से 9.30 के बीच बारी-ब्राह्मण, चिलाद्या और गगवाल इलाकों में एक ही समय पर देखे गए।

इनमें से दो ड्रोन आर्मी कैंप और आईटीबीपी कैंप के पास देखे गए। ये ड्रोन ऐसे समय में देखे गए हैं जब करीब एक हफ्ते पहले पुलिस ने यहां पास के सीमावर्ती कनचक इलाके में पांच किलोग्राम आईईडी सामग्री ले जा रहे एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था।

अधिकारियों ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने पाकिस्तान की ओर लौट रहे एक ड्रोन पर चिलाद्या में कुछ गोलियां चलायीं। अधिकारियों ने कहा कि अन्य दो ड्रोन बारी ब्राह्मणा और गगवाल में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर संवेदनशील सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर मंडराने के तुरंत बाद आसमान से गायब हो गए। पुलिस अन्य सुरक्षा बलों के साथ घटनास्थल पर गहन तलाशी के लिए रवाना हो गई है और इस संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

5 अगस्त और 15 अगस्त के मद्देनजर ड्रोन आतंक का खतरा बड़ा होता जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान में लगातार इससे जुड़ी साजिशे रची जा रही हैं। पाकिस्तान की फौज, आईएसआई और दहशगर्द मिलकर हिंदुस्तान के खिलाफ आतंक के नये हथियार ड्रोन को धार देने में जुटे हैं। 5 अगस्त और 15 अगस्त को लेकर पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में ड्रोन से हमले की फिराक में हैं।

दरअसल 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के दो साल पूरे हो रहे हैं और 15 अगस्त को भारत आजादी की 75वीं सालगिरह मनाएगा। वहीं 15 अगस्त पर आतंकी और ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस और दूसरी फोर्स को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है।

सुरक्षाबलों को ‘सॉफ्ट किल’ और ‘हार्ड किल’ की ट्रेनिंग दी गई है। इसके अलावा स्पेशल ड्रोन कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस ड्रोन कंट्रोल रूम को एयरफोर्स ऑपरेट कर रहा है। इस बार 4 एंटी ड्रोन सिस्टम की तैनाती। इसके अलावा लालकिले के आसपास 250 रूफ टॉप पर स्नाइपर तैनात होंगे।

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