छत्तीसगढ़ में दुर्ग टॉप पर, जिले में 4.30 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड की दोनों डोज लगाई जा चुकी, रायपुर दूसरे नंबर पर
रायपुर। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का संभावित खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में केंद्र और राज्य का फोकस वैक्सीनेशन पर है। इस बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना के लगातार आंकड़े कम हो रहे हैं। इसका बड़ा कारण तेजी से बढ़ता वैक्सीनेशन भी है। शुरुआती दौर में वैक्सीन की किल्लत से परेशान दुर्ग जिला 82 फीसदी टीकाकरण के साथ प्रदेश में टॉप पर निकल गया है। वहीं रायपुर दूसरे नंबर है, जबकि बलरामपुर टीके के मामले में प्रदेश में सबसे पीछे है।
स्वास्थ्य संचनालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक दुर्ग जिले की कुल आबादी 5 लाख 22 हजार 45 है। इसके परिप्रेक्ष्य में जिले में 4 लाख 30 हजार 601 यानी 82 प्रतिशत लोगों को कोविड की दोनों डोज लगाई जा चुकी है। जबकि राजधानी रायपुर दूसरे नंबर पर है। यहां की जनसंख्या 8 लाख 97 हजार 755 है। इनमें से 6 लाख 89 हजार 396 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। प्रदेश में सबसे कम वैक्सीनेशन बलरामपुर जिले का महज 38 फीसदी है।
दुर्ग जिले ने लक्ष्य से ज्यादा लोगों को लगाई वैक्सीन
दुर्ग के टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीबीएस बंजारे ने बताया कि जिले में 12 लाख 44 हजार 682 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य मिला था। इसमें सोमवार 27 सितंबर तक 13 लाख 33 हजार 560 लोगों को वैक्सीन लगा दी है। इसमें 8 लाख 99 हजार 512 लोगों को फर्स्ट और 4 लाख 34 हजार 84 लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। जिले में अभी भी 20 हजार 180 डोज कोवैक्सिन और 11160 डोज कोवीशील्ड के बचे हैं।
वैक्सीन की कमी नहीं, 75 हजार सिरिंज और शासन ने भेजी
टीकाकरण अधिकारी डॉ. बंजारे ने बताया हमारे यहां पर्याप्त मात्रा में टीका लगाने के लिए सिरिंज स्टॉक में है। पहले 11 हजार सिरिंज स्टॉक में थी, तो लग रहा था कि कहीं यह खत्म न हो जाए, लेकिन शासन से 75 हजार सिरिंज मिलने के बाद अब पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।