99.7 करोड़ डॉलर घटा देश का विदेशी मुद्रा भंडार, जानें कितना है गोल्ड रिजर्व

नई दिल्ली। 24 सितंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 99.7 करोड़ डॉलर कम होकर 638.646 अरब डॉलर पर पहुंच गया। पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। यह आयात को समर्थन देने के लिए आर्थिक संकट की स्थिति में अर्थव्यवस्था को बहुत आवश्यक मदद उपलब्ध कराता है। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 17 सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में इसमें 1.47 अरब डॉलर की गिरावट आई थी और यह 639.642 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। उससे पहले तीन सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में यह 8.895 अरब डॉलर बढ़कर 642.453 अरब डॉलर हो गया था।

इसलिए आई गिरावट
विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट विदेशी मुद्रा संपत्तियां (एफसीए) में कमी से आई है। एफसीए 1.255 अरब डॉलर घटकर 576.731 अरब डॉलर रह गईं। विदेशी मुद्रा संपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है।

स्वर्ण भंडार में बढ़त
इस दौरान देश का स्वर्ण भंडार 32.7 करोड़ डॉलर बढ़ा और 37.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास मौजूद देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 5.5 करोड़ डॉलर घटकर 19.379 अरब डॉलर रह गया। मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) अपने सदस्यों को बहुपक्षीय ऋण देने वाली एजेंसी में उनके मौजूदा कोटा के अनुपात में सामान्य एसडीआर का आवंटन करता है।

जून तिमाही में 34.1 अरब डॉलर बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार
जून तिमाही की बात करें, तो इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार सांकेतिक तौर पर 34.1 अरब डॉलर बढ़ गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 27.9 अरब डॉलर बढ़ा था। अप्रैल-जून 2021 की अवधि के दौरान प्रमुख मुद्राओं तुलना में डॉलर की दर में आई कमी और सोने की कीमतों में वृद्धि को दर्शाते हुए मूल्यांकन लाभ, 2.2 अरब डॉलर था जबकि एक साल पहले की समान अवधि में, यह आठ अरब डॉलर रहा था।

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