गांधी जयंती: जल जीवन मिशन मोबाइल ऐप लॉन्च के मौके पर प्रधानमंत्री बोले- पानी का उपयोग प्रसाद की तरह करें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ग्राम पंचायतों से संवाद के बाद जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय जल जीवन कोष को लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने पानी समितियों से भी वर्चुअली संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा, जल संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए हमें युद्ध स्तर पर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि पानी को हमें प्रसाद की तरह इस्तेमाल करना चाहिए। हमें पानी को लेकर आदतें बदलनी होंगी। पानी बर्बाद करने से लोग बचें। साथ ही किसान भी कम पानी वाली फसलों पर ज्यादा जोर दें।

पीएम मोदी ने कहा कि ये विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा अभियान है। ये गांव और महिलाओं द्वारा आगे बढ़ाया जाने वाला मिशन है। इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है। मोदी ने कहा कि गांव की महिलाओं का सशक्तीकरण हमारी सरकार की प्राथमिकताओं मे ंसे एक है। लड़कियों के स्वास्थ्य पर हमारी सरकार विशेष ध्यान दे रही है।

जल समिति में महिलाओं की बढ़ेगी हिस्सेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप को लॉन्च करते हुए कहा कि जल समिति में 50 फीसदी महिलाओं की हिस्सेदारी होगी।  प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जल जीवन कोष के तहत ग्रामीण इलाकों में घरों, स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर जल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी और नल लगवाए जाएंगे। इस कोष में कोई भी व्यक्ति, संस्थान, कंपनी व एनजीओ दान कर सकता है।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इसको लेकर ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा कि दो अक्टूबर को 11 बजे वे जल शक्ति और ग्राम विकास के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे ग्राम पंचायतों और पानी समितियों से वर्चुअली संवाद कर उन्हें पानी के प्रति जागरूक करेंगे और इस मिशन के फायदे बताएंगे। साथ ही जल जीवन मिशन एप और राष्ट्रीय जल जीवन कोष को भी लॉन्च किया जाएगा। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त, 2019 में जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य हर घर में पानी की सप्लाई पहुंचाना है। वर्तमान में सिर्फ ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 17 प्रतिशत लोगों के पास ही पानी की सप्लाई है।