पोलसायपारा में हुई लूट का खुलासा: इंडियन बैंक का कर्मचारी ही निकला मामले का मास्टर माइंड, बिहार निवासी दो आरोपियों सहित 3 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

दुर्ग। इंडियन बैंक के कर्मचारी से हुई लूट के मामले का खुलासा आज दुर्ग पुलिस ने प्रेस वार्ता में किया! इस मामले में दुर्ग पुलिस ने कुल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में एक पुरुष और एक महिला आरोपी अब भी फरार हैं! पत्रकारों से चर्चा करते हुए दुर्ग पुलिस ने बताया कि दिनांक 13.10.2021 को प्रार्थी राहुल चौहान पिता रमेश चौहान उम्र 36 वर्ष निवासी रमेश भवन महात्मा गाँधी मार्केट के पीछे गायत्री मंदिर वार्ड, थाना मोहन नगर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 13.10.2021 के 09:45 बजे इण्डियन बैंक शाखा संतरा बाड़ी से 15 लाख रूपये लेकर अपनी एक्टिवा CG07 AS 1145 के डिक्की में रख इण्डियन बैंक, शाखा कसारीडीह दुर्ग लेकर जा रहा था कि पोलसाय पारा, यादब खराद दुकान के पास एक ब्लैक प्लसर में सवार 03 आरोपियों द्वारा जिनके चेहरे कपड़े से ढ़के हुये थे, प्रार्थी के सीने में पिस्टल जैसा हथियार अड़ाकर जान से मारने की धमकी देकर, प्रार्थी की एक्टिवा गाड़ी में रखे 15 लाख  रूपये गाड़ी सहित लूट कर फरार हो गये। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों का कृत्य प्रथम दृष्टिया धारा 394 भादवि का अपराध पाये जाने से आरोपियों के विरूद्ध थाना मोहन नगर में अपराध क्रमांक 389/2021, धारा 394 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दुर्ग शहर के पोलसाय पारा में दिन दहाड़े घटित लूट की घटना को स्वयं संज्ञान लेते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग श्री बद्रीनारायण मीणा (भा.पु.से.) ने घटना की जाँच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.) नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री जितेन्द्र कुमार यादव (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस अधीक्षक विश्वास चंद्राकर (अपराध) को निर्देशित करते हुए, थाना प्रभारी छावनी निरीक्षक विशाल सोन, थाना प्रभारी मोहननगर निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा तथा प्रभारी सायबर सेल निरीक्षक गौरव तिवारी, चौकी प्रभारी पद्यनाभपुर उप निरीक्षक दिनेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर, घटना के आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर मामले का पटाक्षेप करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये तथा प्रतिदिन की गई कार्यवाही से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा गठित विशेष टीम द्वारा घटना के तत्काल बाद गठित टीम द्वारा घटना स्थल का बारीकी से मुआयना कर घटना स्थल के आस-पास के मार्गों तथा आरोपियों के आवागमन के संभावित सभी रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चिन्हित कर फुटेज लिये गये। सभी सीसीटीवी फुटेज संसाहित कर विश्लेषण प्रारंभ किया गया। सीसीटीवी फुटेज का सूक्ष्मता से अवलोकन करने पर आरोपियों के स्पष्ट फुटेज प्राप्त हुये जिसमें ज्ञात हुआ कि पटना तीन अज्ञात व्यक्ति द्वारा ब्लैक पल्सर गाड़ी, जिसका नंबर CG 07 AB 0724 (फर्जी नंदर) लगाकर लूट की घटना को अंजाम दिया गया था आरोपियों के हुलिया डील-डौल, पहने हुये कपड़ो तथा पटना में प्रयुक्त वाहन के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की गई तथा आने जाने के मार्गों का निर्धारण किया जा सका। टीम द्वारा इंडियन बैंक मुख्य शाखा संतराबाड़ी, उजाला भवन के सामने दुर्ग एवं प्रार्थी राहुल चौहान की इण्डियन बैंक की शाखा कसारीडीह दुर्ग में कार्यरत समस्त अधिकारी/कर्मचारियो

से विस्तृत पूछताछ कर आवश्यक जानकारिया जैसे नियमित रूप से पैसा लाने ले जाने वालों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र कर बैंक के संदिग्ध कर्मचारियों पर सतुत निगाह रखी गई। टीम द्वारा लूट की घटनाओं में पूर्व में गिरफ्तार किये गये आरोपियों, निगरानी बदमाशों जेल से रिहा हुये पूर्व आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों तथा वर्तमान में जेल में निम्पद्र आरोपियों से संपर्क कर घटना के आरोपियों का फुटेज दिखाकर आवश्यक जानकारियां जुटाई गयी। साथ ही घटना के तरीका वारदात को ध्यान में रखते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के संबंध में अन्य राज्यों से पूर्व सजायाबी पेशेवर गिरोह के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। पेशेवर गिरोह की पतासाजी हेतु उडिसा, झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश में टीम रवाना किया गया। अन्तराज्यीय गिरोह के सदस्यों के संबंध में सरहदी राज्यों से समन्वय स्थापित कर आरोपियों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लगातार प्रयास किये गये। अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु होटल, लॉज व ढ़ाबा की सघन पतासाजी की गई। टीम द्वारा जिले के सभी होटल, लॉज, ढाबा, तथा सरहदी जिलें बालोद, बेमेतरा, रायपुर स्थित मुसाफिरों के रूकने के संभावित ठिकानों की लगातार चेकिंग कर मुसाफिरों की तस्दीकी कराई गई। पतासाजी के दौरान एक स्थानीय मुखबीर के माध्यम से बिहार के रहने वाले अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा घटना को अंजाम दिये जाने एवं घटना उपरात बिहार वापस चलें जाने की सूचना प्राप्त हुयी। जिस की तस्दीकी एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर राजीव रंजन गोस्वामी, सुनील पाण्डेय एवं आतिश गोस्वामी की गिरफ्तारी कि गयी जिनसे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई।

राजीव रंजन गोस्वामी पिता हीरालाल गोस्वामी उम्र 36 वर्ष स्थायी निवास पिपरा खास पोस्ट मीरगंज जिला गोपाल गंज बिहार हॉल निवास सड़क नम्बर 35 सेक्टर 07 भिलाई नगर दुर्ग राजीव रंजन 10 वर्ष पूर्व अपने बड़े भाई संजय गोस्वामी के कहने पर शराब भट्टी में कार्य करने हेतु बिहार से दुर्ग आया। वर्तमान में भिलाई स्टील प्लांट में ठेकेदारी में काम कर रहा था। करोना कॉल के दौरान आरोपी राजीव रंजन गोस्वामी जोमेटो में डिलिवरी बॉय का भी काम करता था, उसी दौरान शाखा कसारीडीह इंडियन बैंक कर्मचारी सुनील पाण्डेय से उसकी मित्रता हुयी। सुनील पाण्डेय पिता कृष्ण बालक पाण्डेय उम्र 25 वर्ष निवासी शंकर नगर दुर्ग, शिक्षा इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश से जो पिछले पाँच वर्षों से दैनिक वेतन भोगी के रूप में शाखा कसारीडीह इंडियन बैंक में कार्यरतू है। सुनील पाण्डेय द्वारा पैसा लाने हेतु बैंक कर्मचारी राहुल चौहान दिनांक 13.10. 2021 को प्रातः के समय मुख्य शाखा उजाला भवन के सामने इंडियन बैंक जाने वाला है कि सूचना राजीव रंजन गोस्वामी को दिया दिनांक 13.12.2021 की प्रातः 08:00 बजे आतिश गोस्वामी पिता संजय गोस्वामी उम्र 20 वर्ष स्थायी निवास पिपरा खास पोस्ट मीरगंज जिला

गोपालगंज बिहार हॉल निवास सेक्टर 07 भिलाई नगर दुर्ग, वर्तमान में पढ़ाई कर रहा है। आतिश गोस्वामी आरोपी राजीव रंजन का भतीजा है जो घटना के दौरान गाड़ी चलाने का काम किया। नितिन सिंह राजपूत पिता दिलीप सिंह राजपूत उम्र स्थायी निवास ग्राम हथुआ पोस्ट मीरगंज जिला गोपालगंज बिहार नितिन एवं राजीव रंजन बिहार गोपालगंज के निवासी होने से आपस में दोस्त है। राजीव रंजन अपने मित्र नितिन को घटना करने हेतु हॉल निवास स्थल सेक्टर 07 भिलाई में रुकवाया था जिसने घटना के दौरान प्रार्थी के सीने में पिस्टल अड़ाकर लूट की घटना कारित किया। वर्तमान में फरार है।

मामले के आरोपियों द्वारा तीन माह पूर्व 09 जुलाई 2021 को 75 वर्षीय बुर्जुग ग्राम मुड़पार पोस्ट उपरवाह जिला राजनांदगांव निवासी तेजराम साहू से शाखा कसारीडीह इंडियन बैंक से अपनी पेंशन की राशि निकाल कर घर जाते समय बस स्टैण्ड दुर्ग में 80 हजार रूपये की लूट मेस्ट्रो मोटल सायकल से कारित किया गया है, जिसमें लूट की रकम एवं गाड़ी भी आरोपी राजीव रंजन व सुनील पाण्डेय से बरामद किया गया है। उपरोक्त आरोपियों के संबंध में इनके पूर्व अपराधिक रिकार्ड की छानबीन बिहार पुलिस से समन्वय स्थापित कर की जा रही है।

गिरफ्तार आरोपी

(01) राजीव रंजन गोस्वामी, पिता हीरालाल गोस्वामी उम्र 36 वर्ष, स्थायी निवास पिपरा खास, पोस्ट मीरगंज, जिला गोपाल गंज, बिहार हॉल निवास सड़क नम्बर 35 सेक्टर 07 भिलाई नगर दुर्ग (02) सुनील पाण्डेय पिता कृष्ण बालक पाण्डेय, उम्र 25 वर्ष निवासी शंकर नगर, दुर्ग (03) आतिश गोस्वामी पिता संजय गोस्वामी उम्र 20 वर्ष स्थायी निवास पिपरा खास, पोस्ट मीरगंज, जिला गोपालगंज, बिहार हॉल निवास सेक्टर 07 भिलाई नगर दुर्ग

फरार आरोपी : 01 ) नितिन सिंह राजपूत पिता दिलीप सिंह राजपूत, उम्र 25 स्थायी निवास ग्राम हथुआ पोस्ट

मीरगंज, जिला गोपालगंज, बिहार

(02) अनिता गोस्वामी पति राजीव रंजन गोस्वामी उम्र 32 वर्ष, स्थायी निवास पिपरा खास, पोस्ट मीरगंज, जिला गोपाल गंज, बिहार, हॉल निवास सड़क नम्बर 35 सेक्टर 07 भिलाई नगर दुर्ग

विशेष मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में विजय स्पोर्टस, मेमसाहब गारमेंट, उजाला भवन, बीआईटी कालेज, डीएवी स्कूल हुडको, बालाजी केटर्स के यहाँ लगे सीसीटीव्ही कैमरा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री बद्री नाराणय मीणा की अपील है कि अपने घरों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगावें, दुर्ग शहर में घटित अपराधों अपराधियों के पहचान एवं गिरफ्तारी में दुर्ग पुलिस का सहयोग करें।

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