क्रूज ड्रग्स मामला: समीर वानखेड़े एनसीबी दफ्तर पहुंचे, आरोपों पर कहा- मुझे कुछ भी कहने की जरूरत नहीं

नई दिल्ली। क्रूज ड्रग्स केस की जांच करने के दौरान वसूली के आरोपों का सामना कर रहे एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े गुरुवार को एसीबी के दफ्तर पहुंचे। इस दौरान  मीडिया ने जब उनसे इस मामले पर सवाल किया तो उन्होंने किसी भी तरह का जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे इस मामले पर कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि समीर वानखेड़े से एनसीबी विजिलेंस की टीम ने बुधवार को साढ़े चार घंटे तक पूछताछ की थी। एनसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने जानकारी दी कि इस दौरान वानखेड़े ने अधिकारियों को दस्तावेज भी सौंपे। जरूरत पड़ने पर उनसे आगे की पूछताछ भी की जाएगी। जब तक कि उनके खिलाफ लगे आरोपों का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलता वह क्रूज शिप ड्रग्स मामले में जांच अधिकारी बने रहेंगे।

प्रभाकर सेल ने वानखेड़े और केपी गोसावी पर लगाए थे आरोप
बता दें कि क्रूज ड्रग्स मामले में एक और गवाह प्रभाकर सेल ने खुलासा किया था कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए केपी गोसावी नाम के शख्स ने फोन पर 25 करोड़ रुपए से बात शुरू कर 18 करोड़ में डील फिक्स करने की बात कर रहा था। केपी गोसावी ने 8 करोड़ रुपए एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को देने की भी बात कही थी।

मुख्य गवाह किरण गोसावी पुणे से गिरफ्तार
आर्यन खान केस में मुख्य गवाह किरण गोसावी को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया है। गोसावी पर यह कार्रवाई धोखाधड़ी मामले में की गई है। पुणे पुलिस के मुताबिक, गोसावी को देर रात गिरफ्तार किया गया है। किरण गोसावी को 2018 धोखाधड़ी के एक मामले में हिरासत में लिया गया है जिसमें वह फरार था। 2019 में, पुणे सिटी पुलिस ने उसे वांछित घोषित किया था। जिसके बाद से वह लापता था और उसे केवल एनसीबी गवाह के रूप में क्रूज रेड के दौरान देखा गया था। 14 अक्तूबर को पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था।

प्रभाकर सेल झूठ बोल रहा है: किरण गोसावी
वहीं हिरासत में लेने से पहले मुख्य गवाह गोसावी ने कहा कि प्रभाकर सेल झूठ बोल रहा है। मैं बस इतना अनुरोध करना चाहता हूं कि उनकी सीडीआर रिपोर्ट जारी की जानी चाहिए। मेरी सीडीआर रिपोर्ट या चैट जारी की जा सकती है। प्रभाकर सेल और उनके भाई की सीडीआर रिपोर्ट और चैट सबकुछ जारी की जानी चाहिए जिससे सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

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