देश में बढ़ रहा ओमिक्रॉन का खतरा, टीका नहीं लगवाने पर छिन सकती है आवाजाही की आजादी, जानें कहां-क्या एक्शन


नई दिल्ली। ओमिक्रॉन की दस्तक से कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के मद्देनजर कई राज्यों ने सख्ती बढ़ा दी है। केरल में जहां कोविड टीका नहीं लगवाने वाले लोगों से मुफ्त इलाज की सुविधा छीनने का फैसला किया गया है। वहीं, दिल्ली में 15 दिसंबर से ऐसे लोगों के सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश करने पर रोक लग सकती है। बता देंं कि दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के इस नए वेरिएंट से पूरी दुनिया दहशत में है।
केरल : मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं मिलेगी
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को घोषणा की थी कि राज्य सरकार उन संक्रमितों के इलाज का खर्च नहीं उठाएगी, जिन्होंने कोविड-19 टीकाकरण नहीं करवाया है। उन्होंने स्पष्ट किया था कि जो लोग किसी एलर्जी या बीमारी के चलते टीका लगवाने से परहेज कर रहे हैं, उन्हें इस संबंध में एक सरकारी डॉक्टर की ओर से जारी चिकित्सा प्रमाणपत्र पेश करना होगा। यही नहीं, टीका नहीं लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को हर हफ्ते आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना पड़ेगा। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें दफ्तर/स्कूल-कॉलेज आने की इजाजत मिलेगी। आरटी-पीसीआर जांच का खर्च कर्मचारी खुद वहन करेंगे।
दिल्ली : सार्वजनिक जगहों पर प्रवेश रोकने की तैयारी
दिल्ली में आगामी 15 दिसंबर से सार्वजनिक जगहों पर उन लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लग सकती है, जिन्होंने कोविड-19 टीका नहीं लगवाया है। इनमें मेट्रो, बस और कैब से लेकर बाजार, मॉल, धार्मिक स्थल, सिनेमाघर, स्टेडियम, पार्क, सरकारी दफ्तर, स्मारक आदि शामिल हैं। यही नहीं, दिल्ली सरकार अगले साल 22 मार्च से सिर्फ उन्हीं लोगों को सार्वजनिक जगहों पर जाने की इजाजत देने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है, जिन्होंने पूर्ण टीकाकरण करवा रखा है। सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के वास्ते लॉटरी, नकद इनाम और प्रोत्साहन राशि जैसी योजनाएं शुरू करने पर भी विचार कर रही है।
तमिलनाडु : बाहरी गतिविधियों पर नजर रखेगा प्रशासन
तमिलनाडु सरकार ने अधिकारियों को कोविड टीका नहीं लगवाने वालों की आवाजाही पर करीबी नजर रखने का निर्देश दिया है। अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि ऐसे लोग सार्वजनिक जगहों पर न जाएं। वहीं, कन्याकुमारी में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने सरकारी ठेकों पर सिर्फ उन्हीं लोगों को शराब की बिक्री करने का फैसला किया है, जिन्होंने कोविड टीकाकरण करवा रखा हो। इसके अलावा राज्य के सभी हवाईअड्डों पर खतरे वाले देशों से आए यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य कर दी गई है। रिपोर्ट नेगेटिव आने की सूरत में ही यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर निकलने दिया जाएगा।
विदेश में भी सख्ती
-अमेरिका : कई प्रांतों और कंपनियों ने कोविड टीकाकरण अनिवार्य किया, वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी ने टीका नहीं लगवाने वाले मुख्य फुटबॉल कोच को बर्खास्त किया
-न्यूजीलैंड : कोरोना योद्धाओं और शिक्षकों के लिए ‘नो जैब, नो जॉब’ नीति पेश की, इसके तहत कोविड टीका नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा
-लातविया : कोविड टीका लगवाने से इनकार करने वाले जनप्रतिनिधियों के संसद/प्रांतीय असेंबली में किसी भी बहस में हिस्सा लेने या बिल पर मतदान करने पर पाबंदी लगी
-ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड : टीका नहीं लगवाने वाले लोगों को घरों में कैद रहने का आदेश, सिर्फ जरूरी सामान की खरीदारी या चिकित्सकीय कारणों से बाहर निकलने की छूट
-सिंगापुर : टीकाकरण नहीं करवाने वाले लोगों को कोरोना की जद में आने पर इलाज का खर्च खुद उठाना पड़ेगा, सरकार की ओर से किसी भी तरह की मदद नहीं मिलेगी