बिना लाइसेंस के अस्पताल चलाने के आरोप में डॉक्टर समेत तीन पर FIR
गुरुग्राम। यहां पचगांव-तौरौ मार्ग पर गांव फलिजवास में एक किराए के भवन में बिना जरूरी दस्तावेज या जिला स्वास्थ्य विभाग के लाइसेंस के अस्पताल चलाने के आरोप में एक डॉक्टर समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान डॉक्टर धर्मेंद्र और उनके सहयोगी बिट्टू यादव, (जो अस्पताल चलाते थे) और सोनू के रूप में हुई है। तीनों 14 बेड की चिकित्सा सुविधा श्री बालाजी अस्पताल के नाम से चला रहे थे।यादव मरीजों का इलाज करता था और नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी कराता था।मुख्यमंत्री उड़नदस्ते, जिला औषधि नियंत्रक एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने मुख्य सूचना पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को उक्त परिसर में छापेमारी की और मौके पर बिट्टू यादव, सोनू एवं 10 अन्य नसिर्ंग एवं सफाई कर्मचारी मिले।
सोनू ने पुलिस को बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज डॉ धर्मेंद्र द्वारा किया जाता है। जब डॉ धर्मेंद्र को पूछताछ के लिए अस्पताल बुलाया गया, तो उन्होंने कहा कि वह श्री बालाजी अस्पताल में 21 अगस्त से वेतन/शेयरिंग के आधार पर कार्यरत हैं, लेकिन पिछले दो माह से वह इस अस्पताल में नहीं आ रहे हैं और मरीजों की फाइलों पर उनके नाम की मुहर का दुरूपयोग किया जा रहा है। टीम ने कई फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट, एक्सपायरी दवाएं, दो डॉक्टरों के चार स्टांप भी बरामद किए हैं, जो डॉ समित बंसल, डॉ धर्मेंद्र और डॉ अभेंद्र शेखर के नाम पर छपे थे और श्री बालाजी अस्पताल के नाम पर एक स्टांप भी था।बड़ी संख्या में उन दवाओं को भी सील कर दिया, जिनके लिए अस्पताल संचालक कोई बिल/दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सका।बिलासपुर थाने में तीन लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।