छत्तीसगढ़ में बढ़ा डेंगू-मलेरिया का खतरा: मलेरिया से 18 साल के युवक की मौत, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों मूसलाधार बारिश का दौर लगातार जारी है। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई शहरों में जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है। वहीं बारिश के बाद अब डेंगू मलेरिया का कहर शुरू हो गया है। पिछले दिनों गरियाबंद में मलेरिया से एक छात्रा की मौत के बाद अब बिलासपुर में भी एक छात्र की मौत की खबर आ रही है। बिलासपुर में 18 वर्षीय छात्र की मौत मलेरिया से हो गयी। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है।
जानकारी के मुताबिक छात्र को कुछ दिनों से मलेरिया की शिकायत थी, लेकिन परिजन डाक्टर के बजाय छात्र का झाड़ फूंक करा रहे थे। तबीयत लगातार बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग को जब इसकी खबर लगी, तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़ित छात्र को कोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। छात्र की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गयी, जिसके बाद छात्र को मेडिकल हॉस्पिटल सिम्स रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही छात्र की मौत हो गयी।
जानकारी मुताबिक छात्र कोटा ब्लाक के कुरदुर गांव का रहने वाला था। कुरदुर के आसपास के गांव में मलेरिया का प्रकोप काफी ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग अब कैंप लगाकर ग्रामीणों की जांच कर रहा है। गरियाबंद के ग्राम जरन्डी (धवलपुर) में मंगलवार को पांचवी कक्षा की छात्रा की मौत मलेरिया से हो गई।मिली जानकारी के अनुसार जरंडी की 11 वर्षीय छात्रा कौशिल्या ओंटी के स्वास्थ्य की जांच धवलपुर की मितानिन ने की थी, जिसमें मलेरिया पॉजिटिव आया था। उसे दवा दी गई थी। लेकिन भारी बरसात और नदी में बाढ़ के चलते छात्रा को उचित स्वास्थ्य उपचार के लिए मैनपुर स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल नहीं ले जा पाए। जिससे मंगलवार को छात्रा की मौत हो गई।