पर्वाधिराज महापर्व पर्युषण की सम्यक आराधना का तीसरा सामायिक दिवस
दुर्ग। आज सामायिक दिवस के अवसर पर वरिष्ठ उपासिका डा. वीरबाला छाजेड़ ने अभिनव सामायिक के अन्तर्गत त्रिपदी वंदना – जप योग 10 मिनट – रंगो सहित ध्यान योग 10 मिनट – स्वाध्याय योग 15 मिनट – ध्वनि प्रेक्षा – त्रिगुप्ति साधना का प्रयोग 3 मिनट को प्रायोगिक रूप से समायोजित करते हुए संपन्न कराया। सभी को असीम प्रसन्नता का अनुभव हुआ। उन्होंने बताया आचार्य श्री महाश्रमण जी का धवल सेना के साथ नंदनवन, मुंबई में चातुर्मास गतिमान है। वहां 15 से 23 अक्टूबर 2023 तक प्रेक्षा ध्यान शिविर आयोजित है। तेरापंथ की राजधानी लाडनूं [ राजस्थान ] में प्रत्येक माह आयोजित रहते है, सभी लाभ लेवें। जैन भवन, महावीर कॉलोनी, दुर्ग में भी 12 से 19 सितम्बर प्रातः 6 बजे 30 मिनट का प्रेक्षा ध्यान का प्रयोग कराया जा रहा है। उपासिका साधना कोठारी सामायिक के लाभों का वर्णन करते हुए सामायिक के 32 दोषों को विस्तार से समझाया। आपने कहा कर्मों की निर्जरा के लिए सामायिक अवश्य करें। सभा के मंत्री संजय चौपड़ा ने सामायिक दिवस के अवसर पर अपनी अभिव्यक्ति देते हुए सभी को सामायिक साधना हेतु प्रेरित किया। “समता की साधना से…””ऋजुता का भाव है सामायिक…” गीतिका का सुमधुर संगान आकांक्षा व श्रेया बरमेचा ने किया। बड़े हर्ष की बात है, तेरापंथ सभा के साथ ही तेरापंथ महिला मंडल व तेरापंथ युवक परिषद की सक्रियता से पर्युषण पर्व के सभी कार्यक्रम आध्यात्मिक वातावरण के मध्य तपस्याओं व पौषध के साथ संपादित हो रहें है।