CGPSC Scam : चयन सूची में गड़बड़ी – नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों के परिवार के लोग शामिल होने का आरोप

रायपुर | छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में एक महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई हो रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के चयन सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। इस मामले की सुनवाई के दौरान, छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता और पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई की गई |

मामले में मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायाधीश नरेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता से यह सवाल पूछा कि क्या सूची में रिश्तेदारी की गड़बड़ी हुई है | उन्होंने याचिकाकर्ता को चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं है, तो उन्हें इसकी सजा भुगतनी पड़ सकती है | ननकीराम कंवर द्वारा याचिका में यह दावा किया गया है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अपात्र उम्मीदवारों को चयनित किया है, और इसमें नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों के परिवार के लोग भी शामिल हैं | इन लोगों को उच्च पदों पर नियुक्त किया गया है |

 

सुनवाई के दौरान, याचिकाकर्ता ने मंगलवार को 18 लोगों की सूची में से दो लोगों के स्थान पर तीन लोगों के 2020 के पीएससी में शामिल होने का दावा किया और इसके बाद 15 लोगों की सूची में संशोधन किया| मामले के दौरान, सूची में शामिल नितेश के द्वारा प्रस्तुत आरोप है कि नितेश पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के पुत्र नहीं हैं, बल्कि वे राजेश के पुत्र हैं | यह मामला अब और भी दिलचस्प हो गया है, और सुनवाई के दौरान हो रही गतिविधियों में अखबारबाजी के मामले पर आपत्ति जताई गई है | आगामी 5 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई की जानी है, और यह अफसोस की बात है कि ऐसे मामलों में गड़बड़ी की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे सरकारी पदों की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठते हैं |

मामले में पांच से ज्यादा लोग लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी के रिश्तेदार हैं –