भिलाई स्टील प्लांट में डकैती: पुरैना के पीसीबी प्लांट में बंदूक की नोक पर बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के भिलाई-3 के नजदीक पुरेना में स्थित पीसीबी प्लांट में डकैती की बड़ी वारदात हुई है। बीते 18 सितंबर को 6 से 7 हथियारबंद बदमाशों ने रात के अंतिम पहर में धावा बोला और बंदूक की नोंक पर 5 की संख्या में तैनात निजी सुरक्षा कर्मियों को कब्जे में लेकर वारदात को अंजाम दिया है। बदमाश अपने साथ तकरीबन तीन लाख रुपए कीमत के लगभग 4 क्विंटल तांबा से बने सामग्री लेकर फरार हो गए। शिकायत पर भिलाई-3 पुलिस सीसीटीवी कैमरे में कैद फुटेज का बारीकी से अवलोकन कर आरोपियों को दबोचने की कोशिश में लगी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा भिलाई-3 से पुरैना जाने वाले सड़क के किनारे ट्रांसफार्मर के निराकरण और परिशोधन के लिए पीसीबी ( पॉली काइरो बाइफिनाइल ) प्लांट की स्थापना की गई है। ट्रांसफार्मर के निराकरण और उपचार के दौरान इस प्लांट में मूल्यवान तांबा और अन्य सामग्री उत्पन्न होती है। डकैतों ने इसी तांबे की लगभग 4 क्विंटल सामग्री उड़ा लिया है। इस प्लांट में 18 सितंबर को 6 से 7 हथियारबंद बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया है।
रात के अंतिम पहर में साढ़े तीन बजे के आसपास बदमाश बंदूक और लोहे की रॉड के साथ बाउंड्रीवाल फांदकर पीसीबी प्लांट परिसर में घुस गए। पीसीबी प्लांट पर उस समय कुल 5 निजी सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर थे। बदमाशों ने सुरक्षा गार्डों को बंदूक की नोंक पर धमकाया और सभी दरवाजों के ताले और शीशे तोड़ने शुरू कर दिए। अंत में वे उस कमरे में दाखिल हुए जहां तांबा रखा हुआ था। वे लगभग 4 क्विंटल तांबा सामग्री, जिसकी कीमत तीन लाख के करीब है, लेकर भाग गए। वे सुबह लगभग 4 बजे परिसर से बाहर चले गए। प्लांट में लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपियों की करतूत कैद हो गई है।.
इस घटना की सूचना 20 सितंबर को भिलाई-3 थाना को दे दी गई है। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने के बाद भिलाई-3 पुलिस आरोपियों को दबोचने की कोशिश में लगी हुई है। प्रबंधन की ओर से पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा को भी वारदात की जानकारी देकर भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति रोकने सुरक्षा उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। बताया जाता है कि पर्यावरण और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ और सीसी)। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएएल) और संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूएनआईडीओ) ने संयुक्त रूप से भिलाई स्टील प्लांट में राष्ट्रीय स्तर की पीसीबी प्रबंधन और निपटान सुविधा लागू करने की पहल की है।
इस परियोजना के तहत सेल के इस्पात संयंत्रों और देश के अन्य विद्युत प्रतिष्ठानों में पहचाने गए ट्रांसफार्मरों में मौजूद पीसीबी (पॉली काइरो बाइफिनाइल) को भिलाई में एक स्थिर सुविधा स्थापित करके उचित प्रौद्योगिकी का उपयोग करके नष्ट करने का प्रस्ताव है। यह परियोजना राष्ट्रीय महत्व की है और इसमें प्रगति हो रही है। एमओईएफ एवं सीसी और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा पुरेना में पीसीबी प्लांट की कमीशनिंग जुलाई 2023 में पूरी हो गई है और पीजी परीक्षण चल रहे हैं।
वर्तमान में 12 बीएसपी के कर्मचारी और यूएनआईडीओ द्वारा नियुक्त प्रौद्योगिकी विक्रेता के 7 कर्मचारी आपूर्ति व स्थापना में शामिल हैं। पीसीबी संयंत्र की कमीशनिंग पीसीबी प्रक्रिया में ट्रांसफार्मर निराकरण और परिशोधन इकाई, बॉयलर सेक्शन और प्लाज़्मा डिस्ट्रक्शन यूनिट आदि शामिल है। ये सभी उपकरण बहुत उच्च मूल्य के होने के साथ ही बहुत संवेदनशील हैं। ट्रांसफॉर्मर के निराकरण और उपचार के दौरान मूल्यवान तांबा और अन्य सामग्री उत्पन्न होती है। उपचार प्रक्रिया के बाद उत्पादित तांबे की खपत भिलाई इस्पात संयंत्र में आंतरिक रूप से की जाती है। प्लांट की 24 घंटे निगरानी के लिए बीएसपी ने नवंबर 2022 से निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए हैं।