दिल्ली में ईडी की कार्रवाई पर सीएम भूपेश का पलटवार : एनडीए की सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने की कोशिश रही कर रही है
रायपुर। दिल्ली में ईडी की कार्रवाई पर सीएम भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पहले पत्रकारों पर कार्रवाई हुई, जो दु:खद है, ये तानाशाही रवैया है. पत्रकार अपनी कलम से लिखते हैं, जो निष्पक्ष खबरे लिख रहे हैं या आलोचना कर रहे हैं, उन्हें जेल में ठूंसा जा रहा है. यह सीधे लोकतंत्र पर हमला है. एनडीए की सरकार जब से बनी है, तब से विपक्षी नेताओं को दबाने की कोशिश की जा रही.
सीएम ने कहा कि सोनिया और राहुल गांधी के बाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में दमन किया जा रहा. ताकि विपक्ष ना बचे. जबकि प्रजातंत्र में विपक्ष का होना जरूरी है. ये विपक्ष को जेल में ठूंसने और खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. जो तानाशाही है. लेकिन ये देश प्रजातांत्रिक देश है. इसकी जड़े बहुत गहरी है. अति का अंत होता है.
केंद्रीय मंत्री के एप लॉन्चिंग पर सीएम बघेल ने कहा कि भाजपा ने अडानी को लूट लूट कर दिया, हमने छत्तीसगढ़ में इन्हें रोका है. अभी एक खदान उनकी बंद हुई है. 13 नम्बर का बैलाडीला खदान को निरस्त कराया. अनेक खदानों पर इनकी निगाहें थी, लेकिन हमने वहां एलिफेंट कॉरिडोर बनाया. उससे भी भाजपा का दिल भरा नहीं है. अडानी को कितना लूटा है उसके बारे में भी अनुराग ठाकुर को कुछ बोलना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार राहुल गांधी ने सवाल पूछा कि 20 हजार करोड़ रुपये कहां से गया, कैसे गया? उन्होंने तो केवल फोटो दिखाई थी संसद में, उसी में उनकी सदस्यता निरस्त हो गई. अनुराग ठाकुर में हिम्मत है तो अडानी के बारे में भी बोलकर बताएं.
धान खरीदी को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि अभी सबसे बड़ा झूठा आया था, वे बोले धान खरीदी करते हैं. धान खरीदी करते हैं तो बताए कब उन्होंने बटन दबाया ? जैसे हम लोग हर 3 महीने में बटन दबाते हैं और सीधे पैसा किसानों के खाते में जाता है. अगर ये धान खरीदी करते हैं तो किसके खाते में पैसा जाता है ? धान का पेमेंट तुरंत होता है क्या? ये लोग कितने का बजट रखे हैं? ये भी बता दें कि भुगतान कब किए, आगे कब भुगतान करेंगे वह भी बता दें.