अश्विन महीने की एकादशी के दिन, किन चीजों का दान करने से सात पीढ़ियों के पितर हो जाते हैं तृप्त

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न्यूज रूम: पितृपक्ष के दौरान आने वाली इंदिरा एकादशी के दिन विधि विधान से, भगवान विष्णु की पूजा और अर्चना करने से पितृ तृप्त हो जाते हैं, और श्राद्ध करने से पितरों को बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है|

पद्म पुराण के अनुसार इसे पुण्यकारी बनाने के लिए पूरे विधान से व्रत करना चाहिए और फिर इसके पुण्य को पूर्वजों के नाम पर दान कर देना चाहिए| इस एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति के सात पीढ़ियों तक के पितृ तर जाते हैं| इस एकादशी का व्रत करने वाला भी स्वयं मोक्ष प्राप्त करता है|

अश्विन महीने की एकादशी के दिन घी, दूध, दही, और अन्न का दान भी किया जा सकता है, जिससे सुख और समृद्धि मिलती है, धन लाभ होता है, और सेहत अच्छी रहती है| इस तिथि पर जरुरतमंद लोगों को खाना खिलाया जाता है| ऐसा करने से पितर संतुष्ट होते हैं|

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