जिले की हाईप्रोफाइल सीट पाटन के नतीजे पर है सबकी नजर, मुख्यमंत्री व लोकसभा सांसद के बीच हुआ है आरपार का मुकाबला

दुर्ग(चिन्तक)। जिले व प्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट पाटन के नतीजे पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। इस विधानसभा क्षेत्र मे मुख्यमंंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल का मुकाबला पूरे देश में सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतन वाले दुर्ग लोकसभा के सांसद व भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल से हुआ है। इससे पहले पिछले चुनाव मेंं विजय बघेल भूपेश बघेल को एक बार हरा चुके है। अब हिसाब किताब बराबर करने की बारी भूपेश बघेल की है लेकिन इसका खुलासा 3 दिसंबर को होगा।

यहां गौरतलब हैकि जिले मे पाटन एक मात्र ऐसी सीट है। जहां 84.27 प्रतिशत रिकार्ड मतदान हुआ है जो जिले की छह विधानसभा की सीटों में से सबसे ज्यादा है। पाटन विधान सभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख 16 हजार 917 है जिसमें पुरूष मतदाताओ की संख्या एक लाख 7 हजार 695 तथा महिला मतदाता एक लाख 9 हजार 222 है। इस बार के चुनाव में पाटन विधानसभा में एक लाख 82 हजार 806 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है जिसमें पुरूष मतदाता 91 हजार 586 तथा महिला मतदाता 91 हजार 220 शामिल है। 84 प्रतिशत से अधिक मतदान को लेकर भाजपा जहां जीत का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस

पिछले चुनाव के मुकाबले कही ज्यादा मतों से जीत की बात कह रही है।
पाटन विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल पिछली सरकार में मुख्यमंत्री रहे हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होने पाटन में विकास की झड़ी लगा दी है और पूरे पाटन विधानसभा का स्वरूप बदल दिया है। वहीं भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल इससे पहले भी पाटन के विधायक रह चुके है और तत्कालीन भाजपा सरकार में संसदीय सचिव रहे है। पिछले लोकसभा के चुनाव में श्रीबघेल ने पूरे देश में सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतने का रिकार्ड बनाया है और सा्ंसद निर्वाचित हुए हैं। श्री बघेल इसके अलावा कुर्मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है। इसी कारण भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री के मुकाबले मैदान में उतारा है।

श्री बघेल को प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा निर्वाचन कार्यक्रम जारी होने के काफी समय पहले कर दी गई थी। श्री बघेल लंबे समय से पाटन में सक्रिय है। श्री बघेल ने पाटन विधानसभा क्षेत्र की जनता पर अपना कितना प्रभाव छोड़ा है इसका पता परिणाम सामने आने के बाद ही चलेगा। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल मुख्यमंत्री होने के नाते पूरे प्रदेश में प्रचार करते रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में कार्यकर्ता चुनाव को संभालते रहे है। कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की जनता को प्रत्याशी की कमी का अहसास भी नही होने दिया है। कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी के बीच आपस में चाचा भतीजे का रिश्ता है। इस बार चाचा जीतेगा या भतीजा इसका पता मतों की गिनती के बाद ही चलेगा।

पाटन मेंं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी भी उम्मीदवार रहे है। श्री जोगी की उपस्थिति से किसे लाभ मिलेगा। इसका पता भी आने वाले दिनो में चलेगा लेकिन हाईप्रोफाइल सीट पाटन के परिणाम को लेकर जिले व प्रदेश में उत्सुकता बनी हुई है।

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