बिलासपुर से दिल्ली की फ्लाइट क्यों है बंद, एलायंस एयर कंपनी के एमडी से हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
बिलासपुर| एलायंस कंपनी के द्वारा अक्टूबर माह में बिलासपुर से दिल्ली के लिए डायरेक्ट फ्लाइट के लिए ट्रायल किया। जिसके बाद फ्लाइट शुरू भी हुई लेकिन अचानक से इसे बंद कर दिया गया। इस मामले पर याचिका की सुनवाई करते हुए जस्टिस गौतम भादुड़ी ने एलायंस एयर कंपनी के एमडी से जवाब मांगा है। आखिर बिलासपुर से दिल्ली की फ्लाइट को क्यों बंद किया गया। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई जस्टिस गौतम भादुड़ी व दीपक तिवारी के बेेंच में की गई।
बता दें, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में अलग-अलग जनहित याचिका दायर कर बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के साथ ही नाइट लैंडिग की सुविधा की मांग की गई है। जनहित याचिका की सुनवाई मंगलवार को हुई। सुनवाई में हाईकोर्ट ने बिलासपुर से सीधे दिल्ली के लिए शुरू की गई विमान सेवा बंद करने के मामले में एलायंस कंपनी पर नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने विमान कंपनी के अधिवक्ता से कहा कि विमान कंपनी के एमडी या फिर वाइस प्रेसिडेंट दोनों में से जो भी उपस्थित हो और शपत पत्र के साथ जवाब पेश करें। अगली सुनवाई की तिथि 17 जनवरी को होगी।
हाईकोर्ट ने कहा कि पर्याप्त संख्या में यात्री मिलने के बाद भी क्यों विमान सेवा बंद कर दी गई है। याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव व आशीष श्रीवास्तव ने पैरवी करते हुए डिवीजन बेंच को बताया कि एलायंस एयर कंपनी ने बिलासपुर से दिल्ली के बीच सीधी विमान सेवा की शुरूआत की थी। पर्याप्त यात्री भी मिल रहे थे। विमान कंपनी को यात्री मिलने के बाद भी कंपनी ने बिना किसी कारण और नोटिस के बिलासपुर से दिल्ली सीधी विमान सेवा को बंद कर दिया है। कारण पूछने पर कंपनी के अफसरों ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी। इस तरह के मनमानी पर कोर्ट ने नाराजगी जताई है।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ताओं ने कहा कि रनवे विस्तार और नाइट लैंडिंग के कार्य के लिए रक्षा मंत्रालय से जमीन की आवश्यकता है। वर्तमान में करीब 250 एकड़ जमीन की जरूरत है। राज्य शासन की ओर पैरवी करते हुए विधि अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने जवाब दिया है कि राज्य शासन द्वारा भेजे गए खसरा नंबर को मैच ना होने की जानकारी दी। नए सिरे से नक्शा व खसरा भेजने कहा है। डिवीजन बेंच कहा कि जल्द खसरा नंबर भेजकर जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ कराई जाए।