चंडी चौक में अतिक्रमण से हो रही है भारी परेशानी, बार -बार शिकायत के बाद भी निगम प्रशासन नही कर रहा है कार्यवाही

दुर्ग (चिन्तक)। शहर के मुख्य चौक चौराहों के साथ शहर के भीतरी इलाके भी अतिक्रमण की चपेट में है। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश पर शहर के मुख्य मार्गो से अतिक्रमण की बेदखली की गई है, लेकिन शहर के भीतरी इलाकों में अतिक्रमण अभी भी बरकरार है।

यहां गौरतलब है कि शहर के कई ऐसे भीतरी क्षेत्र है जहां बेतरतीब ढंग से अतिक्रमण की भरमार है। जिसे भी जहां खाली जगह दिखाई दे रही है वह ठेला, पसरा लगाकर व्यवसाय कर रहा है। एक के बाद एक की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है इससे आवागमन का मार्ग बाधित हो रहा है और जनसामान्य को भारी परेशानी हो रही है।

शहर के पिछड़े इलाकों में शामिल बघेरा, नयापारा, सारथीपारा, राजीव नगर, विजय नगर, मठपारा, गयानगर क्षेत्र में आने जाने के लिए चंडी मंदिर चौक का मार्ग सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मार्ग से होकर लोग इन क्षेत्रों में पहुंचते है। चंडी मंदिर चौक से पांच मार्ग अलग अलग क्षेत्र से होकर जुड़ा हुआ है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह सबसे व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक है।

यहां यह बताना लाजिमी होगा कि चंडी मंदिर शहर के सबसे प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मंदिर में प्रतिदिन धार्मिक श्रद्धालुओं का आना जाना रहता है। नवरात्रि पर्व में भीड़ की संख्या लाखों में पहुंच जाती है। लेकिन प्रतिदिन सैकड़ो व हजारों की संख्या आसपास के क्षेत्र में धार्मिक श्रद्धालु आते है। चंडी मंदिर का पूरा क्षेत्र अतिक्रमण से लबरेज है। रिक्त पड़ी हर जगह पर ठेला, खोमचा व पसरा लगाने वालों ने कब्जा कर रखा है। इसके कारण आवागमन का मार्ग संकुचित हो गया है और आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि उन्होने निगम प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत कई बार की है लेकिन नगर निगम द्वारा इस मामले में कोई पहल नही की जा रही है। नागरिको ने क्षेत्र के विधायक गजेन्द्र यादव से व्यक्तिगत रूचि लेकर पहल करने की मांग की है और क्षेत्र को व्यवस्थित बनाने का आग्रह किया है।

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