दुर्ग में हुई कोराना के थर्ड वेरिएन्ट की एन्ट्री: रेपिड एन्टीजन में मिला पाजीटिव, सर्दी खांसी के साथ सांस लेने में परेशानी
दुर्ग (चिन्तक)। दुर्ग में कोराना के थर्ड वेरिएन्ट की एन्ट्री हो गई है। मुंबई से लौटे दुर्ग निवासी एक व्यक्ति को रैपिड एन्टीजन में पाजीटिव पाया गया है। पीडि़त को सर्दी खांसी और बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ हो रही है। फिलहाल उसे क्वारेन्टाईन कर दिया गया है और हेल्थ विभाग की टीम कंफरमेन्ट्री जांच में जुट गई है।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में कोराना का पहला मरीज 25 मार्च 2020 को मिला था वह खुर्सीपार का रहने वाला था और अरब से लौटा था कोरोना की शुरुआती लहर से अब तक दुर्ग जिले में 1 लाख 20 हजार 753 मरीज मिल चुके है। इसमें से एक लाख 18 हजार 837 मरीज स्वस्थ हो चुके है। जबकि 1916 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले में कोराना का आखरी मरीज 25 जुलाई 2023 को मिला था। लगभग पांच माह के बाद कोरोना का नया मरीज मिला है। कोरोना के थर्ड वेरिएन्ट की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है और उपचार की सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है।
क्या है कोरोना का थर्ड वेरिएन्ट?
कोरोना के थर्ड वेरिएन्ट को जे एन वन का नाम दिया गया है उसके सर्वाधिक 19 मामले गोवा में दर्ज किए गए है। जबकि महाराष्ट्र व केरल में एक-एक मामला सामने आया है। अब तक कुल 21 मरीज मिल चुके है। इसमें से दो सप्ताह के भीतर 16 लोगों की मौत हो गई है। डब्लू एच ओ के अनुसार इससे वैश्विक जन स्वास्थ्य के लिए खतरा नही है।
सावधान व सतर्क रहने की हिदायत
स्वास्थ्य विभाग व्दारा कोरोना के थर्ड वेरिएन्ट को लेकर सजग व सतर्क रहने की सलाह दी गई है और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए कहा गया है। इसके लिए मास्क का प्रयोग सुरक्षा के लिए जरुरी माना गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पाजीटिव मरीज की कन्फर मेंट्री जांच की जा रही है इसके बाद ही कोरोना का सही स्वरुप सामने आने की उम्मीद है लेकिन लगभग 149 दिन बाद कोरोना के नये मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गई है। इसके रोकनाथ व उपचार के लिए समुचित इन्तजाम किए जा रहे है।