हिट एंड रन कानून को लेकर छत्तीसगढ़ में फिर शुरू हुआ आंदोलन, ड्राइवरों की शुरू हुई हड़ताल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हिट एंड रन कानून के खिलाफ एक बार फिर से ड्राइवर सड़कों पर आ गए हैं। नए कानून के खिलाफ नए साल की शुरुआत के साथ आंदोलन की भी शुरुआत हुई थी, हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद यह आंदोलन थम गया था। लेकिन अब एक बार फिर बस और ट्रक ड्राइवर के संगठनों के द्वारा यह ऐलान किया गया है कि जब तक कानून को वापस नहीं लिया जाएगा उनका आंदोलन जारी रहेगा। जिसका असर आज सबसे पहले राजनांदगांव और धमतरी जिले में देखा गया है। यहां ट्रक ऑपरेटरों ने आवाज बुलंद करते हुए गाड़ियों के पहिए रोक दिए हैं।
इस कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर राज्य सरकारों ने अपने-अपने स्तर पर बस और ट्रक संचालकों को समझाइस देते हुए कानून को उन्हीं के लिए बेहतर बताया था। बावजूद इसके एक बार फिर से ड्राइवर संघ ने बगावत कर दी है। संघ के द्वारा नेशनल हाईवे को फिर से जाम कर दिया गया है। उनका मानना है कि अगर आज आंदोलन नहीं किया गया तो आगे जेल की सजा काटनी पड़ सकती है। गाड़ियां बंद करने वाले प्रदर्शनकारियों को लगातार प्रशासन समझाइए देने की कोशिश कर रहा है लेकिन इस बार वह फिर प्रदर्शन पर आ गए हैं। अगर यह आंदोलन एक बार फिर से शुरू होगा तो निश्चित ही यातायात व्यवस्था के साथ-साथ आम लोगों को बड़ी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। इस बार ड्राइवर संगठन तब तक इस आंदोलन में डटा रहेगा, जब तक उन्हें प्रशासन पक्का भरोसा कानून को लेकर नहीं दे देता।
आज सुबह की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में ड्राइवर संगठन के द्वारा हिट एंड रन कानून में बदलाव को लेकर स्टेरिंग छोड़ आंदोलन का आगाज किया गया है। जिसका असर भी अब दिखने लगा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत धमतरी, राजनांदगांव, कवर्धा, दुर्ग में आंदोलन की शुरूआत हो गई है। ड्राइवर एक बार फिर कानून के खिलाफ लामबंद होकर सड़कों पर उतर आए है। इस बार के आंदोलन को लेकर ड्राइवर के संगठन ने कहा है कि जो आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं वह आए और जो नहीं आना चाहते उनको जबरन आंदोलन में शामिल नहीं किया जाएगा।