चंद्रयान-3 के बाद ISRO को फिर बड़ी सफलता, अब गगनयान मिशन पर दे दी खुशखबरी
ISRO के मुताबिक, मानव रेटिंग मानकों के तहत CE20 इंजन को योग्य बनाने के लिए चार इंजनों को अलग-अलग हालात में 39 हॉट फायरिंग टेस्ट्स से गुजरना पड़ा। यह प्रक्रिया 8 हजार 810 सेकंड तक चली। खास बात है कि योग्यता हासिल करने के लिए इंजनों को 6 हजार 350 सेकंड तक इन टेस्ट्स से गुजरना जरूरी है।
गगनयान मिशन के तहत इसरो तीन सदस्यों के एक क्रू को तीन दिनों के मिशन के लिए 400 किमी के ऑर्बिट में पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। साथ ही भारतीय समुद्री क्षेत्र में उनकी सुरक्षित लैंडिंग भी इसरो के मिशन का हिस्सा है। इस मिशन का नाम संस्कृत के शब्द पर रखा गया है, जिसका मतलब आसमान तक ले जाने वाले यान होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गगनयान प्रोजेक्ट में 9000 करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है। अगर स्पेस एजेंसी इस मिशन में सफल हो जाती है, तो भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाले चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले सोवियत संघ, अमेरिका और चीन यह ऐतिहासिक कारनामा कर चुके हैं।