डॉ. रौनक के नाटक कोरोना अदालत को मिला प्रथम पुरस्कार, छत्तीसगढ़ की धरा में फिर से लहराया परचम
दुर्ग(चिन्तक)। अक्टूबर 2023 में आयोजित राष्ट्रीय नाटक लेखन स्पर्धा जो की महाराष्ट्र के सोलापुर में रखी गयी थी जिनमे छत्तीसगढ़ रत्न डॉ रौनक जमाल ने फिर से छत्तीसगढ़ का परचम लहराकर छत्तीसगढ़ की गोद में एक और मेडल ला दी ।अक्टूबर 2023 में बज्मे ग़ालिब संस्था द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नाटक लेखन स्पर्धा जिसमे समुचे भारत के 48 नाटक लेखकों ने भागीदारी की थी ।
उसमे हमारे छत्तीसगढ़ के उर्दू भाषी साहित्यकार डॉ. रौनक जमाल ने नाटक कोरोना अदालत को प्रथम पुरस्कार से नवाज़ कर छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों के चेहेरे पर एक बार फिर से मीठी मुस्कान ला दी ।
उर्दू भाषी साहित्यकार डॉ जमाल को अनेकों प्रदेश से साहित्य अकादमी अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है हाल ही में डॉ जमाल को हेती युनिवर्सिटी ऑफ़ अमेरिका ने डॉ की डिग्री प्रदान की थी ।
डॉ जमाल आज दुर्ग ही नहीं अपितु पुरे छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों के प्रेरणास्त्रो बन कर ऊर्जा प्रदान करने में मिल का पत्थर साबित हो रहे है । विद्या की देवी सरस्वती की असिम कृपा से डॉ. रौनक जमाल ने 3 अफसाना, संग्रह, आठ लघु कथाओ, 6 बाल कथाये दो नाटक, एक बाल उपन्यास एवं गाजर घास पर आलेख, गाजर घास ग्रीन कैंसर, सैकड़ो कहानिया, अफ़साने, बाल कहानिया, आलेख, नाटक एवं साहित्यकारों एवं कवियों की पुस्तके लिख चुके है।
इस कार्य हेतु छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, बंगाल एवं मध्यप्रदेश से लाखो रूपये के पुरस्कार एवं अवार्डों से सुसम्मानित हो चुके है। आप अजीज पब्लिक स्कूल के वाईस चेयरमेन एवं ट्रस्टी छत्तीसगढ़ मुस्लिम संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष लायंस क्लब ऑफ़ दुर्ग सिटी, डिस्ट्रिक चेयरमेन लायंस क्लब इंटरनेशनल 323सी, लायंस क्लब द्वारा संचालित मंद बुद्धि बालको में सेवा इत्यादि अनेकोनेक मानवीय कार्य हेतु संचालित संस्थाओ में अग्रणी होकर दुर्ग शहर ही नहीं अपितु पुरे छत्तीसगढ़ का परचम देश में लहराने हेतु कटस्थ है।