भगवान महादेव इतने दयालु है की एक चोर को कुबेर बना दिया -पं. पूरन प्रसाद, संगीतमय शिव महापुराण का तीसरा दिन
दुर्ग(चिन्तक)। बुधवार दिनांक 24-04-24 संगीतमय शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस पर प. पुरन प्रसाद शर्मा अंडी डौंडी लोहरा बालोद द्वारा सती चरित्र, दक्ष वध, पार्वती जन्म, गुणनिधी कथा पर प्रकाश डालते हुए गया नगर वार्ड क्रमांक-5 एवं आस-पास के धर्म प्रेमी सद्धालुओ को मंत्र मुग्ध कर पंडाल का आभामंडल बोल बम सनातनियों युक्त कर धर्म की गंगा बहाई।
पार्वती जन्म एक तारका सुर नाम का दैत्य था, जिसने वरदान पाया था न मै देवताओ के द्वारा मरू ब्रम्हाण तारकासुर राक्षस से कांपते थे तो देवताओ ने महादेव से प्रार्थना किया तो वही भगवती माँ सती ने माता पार्वती के रूप में जन्म लिया ब्रम्हाण के कल्याण के लिए ।
गुणनिधी कथा- भगवान महादेव इतने दयालु है की एक चोर को कुबेर बना दिया गुणनिधी भगवान भोलेनाथ के मंदिर में चोर छुपे गए, और देखा मंदिर में अंधेरा था तब गुणनिधी ने अपनी कमीज को चीर कर उनके बाती बना दिया, जिनके कारण से भगवान महादेव प्रसन्न हो गए, और एक चोर को कुबेर बना दिया इतने दयालु है महादेव ।
सती चरित्र – सती दक्ष प्रजापति की पुत्री एवं भगवान शिव की पत्नी थी देवी सती ने अपने पिता दक्ष द्वारा अपने पति महादेव शिव के तिरस्कार से व्यथित होकर यज्ञ की अग्नि में कूदकर आत्महत्या कर ली थी जिसका विवरण पंडित पुरन प्रसाद शर्मा द्वारा किया गया।
दक्ष वध – एक बार ब्रम्हा जी के दो मुख धर्म, देवी – देवता और वेदो को बुरा भला कह रहे थे इस बात से शिव जी अत्यंत क्रोधित हो उठे और उन्होंने ग़ुस्से में ब्रम्हा जी का पांचवा सिर काटकर धड़ से अलग कर दिया राजा दक्ष प्रजापति अपने पिता ब्रम्हा का सिर काटने के कारण भगवान शिव से नफरत करने लगे इस घटना क्रम पर प्रकाश डालने हेतु प. पुरन प्रसाद शर्मा द्वारा सत्संग में श्रद्धालुओं के तन मन में एकाग्रता लाई गयी ।