1 लाख का‌ 1 करोड़ बना देंगे! तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंस गया‌ शिक्षक, लाखों की ठगी का हुआ शिकार

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में पुलिस के द्वारा तंत्र मंत्र से लोगों को ठगने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है। यह गैंग लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनके साथ धोखाधड़ी किया करता था। यह लोग पैसे को 100 गुना करने का लालच देकर उनसे ठगी करते थे। मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से लगे बरढोढ़ी गांव का है। जहां एक शिक्षक से तंत्र मंत्र का लालच देकर उसके साथ 8.5 लाख रुपए की ठगी हुई है।

अंबिकापुर में शिक्षक के घर कथित रूप से 8 लाख 50 हजार रुपए की ठगी का एक मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस पहले मामले में कैश चोरी की पड़ताल कर रही थी। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह पता चला कि यह चोरी का नहीं बल्कि ठगी का मामला है। इस मामले में पुलिस ने‌ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो तंत्र-मंत्र से 1 लाख का एक करोड़ बनाने का झांसा देते थे।

पुलिस से द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यह मामला बरढोढ़ी के रहने वाले शिक्षक जगसाय राजवाड़े के घर से जुड़ा हुआ है। तंत्र-मंत्र का झांसा देते हुए शिक्षक को आरोपियों ने पैसे का लालच दिया। जिसके बाद शिक्षक के बुलाया अनुसार उसके घर पहुंचे और उसे नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया। जब शिक्षक बेहोश हो गया तब आरोपियों ने उसके घर से 8 लाख 50‌ हजार ठगकर फरार हो गए। इस पूरी वारदात में खास बात यह रही कि इसमें शिक्षक के अलावा उसके पहचान के आठ लोगों के पैसे और थे जिन्हें शिक्षक ने बाद में लौटा दिए थे।

पुलिस ने किया‌ चार लोगों को गिरफ्तार

इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच करते हुए रायपुर और रायगढ़ से आरोपियों को‌ गिरफ्तार करते हुए पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिस ने चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 500-500 के 22 लाख के 4600 जाली नोट, नकली सोने के 80 बिस्किट, प्रिंटर, पूजा पाठ का सामान सहित शिक्षक से ठगी किया पैसे कैश के रूप में बरामद हुए है। पुलिस ने मामले में जिन आरोपियों को पकड़ा है उनमें सुकदेव साहू जोकि सारंगढ़ बिलाईगढ़ का रहने वाला है। इसके अलावा गिरधारी साहू, अभय उर्फ आंसू झा, सीत कुमार सोनवानी यह सभी रायपुर के निवासी हैं।

असली को जाली नोट में बदलते थे आरोपी

जानकारी के मुताबिक शिक्षक ने पुलिस को बताया कि उसकी आरोपियों से पहले से फोन पर बातचीत होती थी। इस दौरान बातचीत में आरोपियों के द्वारा तंत्र-मंत्र से रकम को कई गुना करने की बात शिक्षक को बताई थी।‌ जिसके बाद शिक्षक उनके बहकावे में आ गया और उन्हें 30 अप्रैल को अपने घर बुलाया। घर पर पूजा पाठ का सिलसिला शुरू हुआ और इस‌ दौरान शिक्षक ने 8.5 लाख रुपए पूजा स्थल पर रखें। जिसे तंत्र-मंत्र से आरोपियों ने 10 करोड रुपए कर देने का झांसा दिया था। पूजा के दौरान आरोपियों के द्वारा असली नोट में नकली नोट मिलना शुरू हुआ। जब नकली नोटों की संख्या बढ़ती गई इस दौरान उन्होंने शिक्षक को प्रसाद के नाम पर नशे की दवा खिला दी। इसके बाद शिक्षक बेहोश हो गया और‌ आरोपी असली नोट का बंडल लेकर वहां से अपनी कर में फरार हो गए।