भारत में आंशिक आधार पर लॉकडाउन 6 जून तक रह सकता जारी, इस साल जीडीपी रहेगी शून्य
नई दिल्ली। भारत की आर्थिक मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी बार्कलेज ने ताजी रिपोर्ट में कहा कि कैलेंडर वर्ष 2020 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी) गिरकर शून्य फीसदी पर आ जाएगी। वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी वृद्धि र 0.8 प्रतिशत रह सकती है। केंद्र सरकार ने देश को कई जोन में बांटकर लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया है। बार्कलेज का मानना है कि भारत में लॉकडाउन आंशिक आधार पर 6 जून तक जारी रह सकता है।
बार्कलेज के राहुल बाजोरिया ने रिपोर्ट में लिखा है कि हमारे पिछले जीडीपी के पूर्वानुमान में अप्रैल के अंत से एक आंशिक लॉकडाउन की बात कही गई थी। यह सही साबित हो रही है। छह जून से आगे शहरी क्षेत्रों में लॉकडाउन के बढ़ने के कारण से कुछ नकारात्मक जोखिमों को स्वीकार करते हुए, हम कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए जीडीपी में शून्य प्रतिशत की वृद्धि और वित्त वर्ष 21 के लिए 0.8 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान पर कायम हैं। इस बार के लॉकडाउन में देश के बड़े हिस्सों में महत्वपूर्ण छूट की घोषणा की गई है। जोखिम के आधार पर अब देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। ऑरेंज और ग्रीन जो में आर्थिक गतिविधियों में कई महत्वपूर्ण छूट दी गई है। बाजोरिया का कहना है कि शहरी क्षेत्र और आर्थिक रूप से अधिक अहम शहर जैसे मुंबई, दिल्ली, पुणे, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता सभी रेड जोन में हैं। इसलिए आर्थिक सामान्य स्थिति से उभरने में ज्यादा समय लगेगा।