फ्लिपकार्ट बोली- लाखों विक्रेताओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जिससे उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित हो
नई दिल्ली। लॉकडाउन के कारण दुनिया के बाजार बंद है ऐसे में वॉलमार्ट के मालिकाना हर वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने शनिवार को कहा कि वह लाखों विक्रेताओं और सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि वे इस दौरान कुछ क्षेत्रों में गैर-आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर पाएं। सरकार ने राष्ट्रव्यापी बंद 3.0 के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑरेंज और ग्रीन क्षेत्रों में गैर-आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की अनुमति दी है। सरकार ने बंद को दो सप्ताह बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है। लेकिन इसके साथ ही सीमित कोविड-19 मामलों वाले क्षेत्रों या पूरी तरह महामारी से मुक्त इलाकों में विभिन्न कारोबारी गतिविधियों और लोगों की आवाजाही की अनुमति दी गई है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार रेड क्षेत्रों में ई-कॉमर्स गतिविधियों की सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए अनुमति होगी। फ्लिपकार्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम सरकार के लॉकडाउन से बाहर निकलने की योजना तैयार करने के प्रयासों तथा ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑरंज और ग्रीन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने की अनुमति देने के फैसले का स्वागत करते हैं।’ प्रवक्ता ने कहा, ‘मार्केटप्लस ई-कॉमर्स कंपनी के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम विक्रेताओं और एमएसएमई समुदाय को आर्थिक गतिविधियां शुरू करने में मदद करें।’ उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियां सुरक्षित, संपर्करहित आपूर्ति और स्वच्छ आपूर्ति श्रृंखला के जरिये केंद्र और राज्य सरकारों को कोविड-19 से प्रभावी तरीके से निपटने में सहयोग कर सकती हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हम लाखों विक्रेताओं और एमएसएमई के साथ काम कर रहे हैं ताकि वे उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध करा पाएं।