इस यूनिवर्सिटी ने बिल्ली को दी ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ की उपाधि, ये है इसके पीछे की दिलचस्प वजह
न्यूज़रुम| ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ एक बहुत बड़ा सम्मान है, इसके लिए एक छात्र को काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, वैसे क्या हो अगर किसी बिल्ली को यही सम्मान मिल जाए…सुनने में आपको भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन ये पूरी तरीके से एकदम सच है| दरअसल वर्मोंट स्टेट यूनिवर्सिटी ने हाल ही में एक बिल्ली को ये सम्मान दिया है|
इंसानों की दुनिया में अब जानवरों की अहमियत लगातार बढ़ती जा रही है| इसके कई उदाहरण हम लोगों ने हाल-फिलहाल में देखें है| जो भले लोगों को चौंकाने वाले लग सकते हैं लेकिन अब ये बिल्कुल नॉर्मल है| आपको याद होगा कि कुछ समय पहले एक डॉग को ऑस्कर अवार्ड समारोह और कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर पोज देते हुए आपने देखा होगा| अब हाल के दिनों में एक बिल्ली लोगों के बीच चर्चा में आई है| जिसे वर्मोंट स्टेट यूनिवर्सिटी के कैसलटन कैंपस से मानद उपाधि दी है|
अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि भला एक बिल्ली को कैसे इतनी बड़ी उपाधि दी जा सकती है| इस कॉलेज ने तर्क दिया कि मैक्स डॉव का रैवया कॉलेज में काफी ज्यादा दोस्ताना था, वह आने-जाने वाले सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती रहती है| इस यूनिवर्सिटी वो पिछले कई सालों से स्टूडेंट, टीचर और स्टाफ के साथ यूनिवर्सिटी के हॉल और लाइब्रेरी तक में घूमती रहती थी और उसने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया|
उसके इसी योग्यदान के कारण उसे यूनिवर्सिटी ने कैंपस कम्युनिटी में मैक्स के योगदान को “डॉक्टर ऑफ लिटरेचर” की मानद उपाधि से सम्मानित किया है| इस बिल्ली के मालिक शले डॉव का कहना है कि, ‘उनकी पालतू बिल्ली को यूनिवर्सिटी का एरिया काफी ज्यादा पसंद था| उसे पता रहता है कि, छात्रों से कब और कहां मिलना है| कैंपस में हर कोई मैक्स को जानता है| लोग बिना डरे उसके साथ खेलते थे और उसने भी उसे कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया|
इस बारे में जानकारी देते हुए कॉलेज ने अपने हैंडल पर लिखा कि वर्मोंट स्टेट यूनिवर्सिटी के ट्रस्ट बोर्ड ने मैक्स डॉव को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की प्रतिष्ठित उपाधि से सम्मानित किया है| उन्हें इस उपाधि के लिए बधाइयां अब उन्हें डॉ. मैक्स डॉव के नाम से जाना जाएगा| इसके अलावा यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि, ‘मैक्स कन्वोकेशन के दौरान इस बार तो मंच पर नहीं चल पाएगी लेकिन जल्द ही उसे दूसरे समारोह में मानद उपाधि दी जाएगी|’